आंखों के रोग लक्षण व उपचार

eyeरोगः
गर्मियां दस्तक दे चुकी हैं। आंखे हमारे शरीर का बेहद संवेदनशील अंग हैं। इसलिए गर्मियों के मौसम का दुष्प्रभाव आंखों पर भी पड़ता है। आंखों की कई बीमारियों जैसे फ्लू, सूजी हुई और थकी-थकी लाल आंखें व ड्राई आई आदि के मामले मौजूदा मौसम में कहीं ज्यादा सामने आते हैं। इसके अलावा इस मौसम में पांचन तंत्र से संबंधित संक्रमण व गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंफेक्शन आदि के मामले कहीं ज्यादा सामने आते हैं, लेकिन कुछ सजगताएं बस्तकर इन रोगों से राहत पायी जा सकती है।

लक्षणः
आई फ्लूः आंखों पर वाइरस के संक्रमण को आई फ्लू कहते हैं, जो आंखों में सफेद दिखने वाले भाग पर चढ़ी झिल्ली को नुकसान पहुंचता है। इस फ्लू का वायरस गंदी उंगलियों, गंदे पानी, मक्खियों, धूल-धुंआ और गंदगी के माध्यम से तेजी से फेलता है। इस समस्या के दौरान आंखों से लगातार पानी सरीखा द्रव निकलता है। आंखों में दर्द और जलन भी बनी रहती है और पलके सूजकर लाल हो जाती है।
फोटो फोबियाः यह भी आई फ्लू का ही एक रूप है। पीडि़त को धूप में जाते समय दिक्कत होती है। आंखों को धूप और तेज रोशनी चुभती है। इससे पीडि़त आंखों को पूरी तरह से नहीं खोल पाता। आंखों में दर्द व थकन भी महसूस होती है।

ड्राई आईः गर्मियों में बढ़ते हुए प्रदूषण और कंप्यूटर पर लंबे समय तक काम करने की वजह से शुष्क आंखों की परेशानी बढ़ सकती है। इस समस्या के दौरान आंखों में खुजली या जलन होने लगती है। आंखों से कभी – कभी कीचड़ निकलता है। इसी तरह अपने काम के सिलसिले में प्रदूषण क्षेत्रों से प्रतिदिन गुजरने वालों को भी एलर्जी की समस्या और ड्राई आई के लक्षण प्रकट हो सकते हैं।

उपचारः

1. आंखों के किसी भी संक्रमण से ग्रस्त होने के बाद साफ-सफाई का खास ख्याल रखें।

2. आंखों को बार-बार हाथ से न छूएं और न ही रगड़े। इन्हें छूने से पहले साबुन से हाथ धो लें।

3. पीडि़त द्वारा इस्तेमाल की हुई किसी भी वस्तु को अपने संपर्क में न लाएं।

4. कड़कड़ाती धूप में अल्ट्रावायलेट किरणें आप की आंखों पर सीधे तौर से प्रहार करती है। इसलिए धूप में जाते समय छतरी का उपयोग करें और आंखों पर धूप का चश्मा लगाएं जिससे आप की आंखों का बचाव हो सके। अपना चश किसी अन्य व्यक्ति को पहनने के लिए न दें।

5. अगर आप पाॅवर लेंस लगाते हैं तो भी आप को धूप का चश्मा पहनना चाहिए ताकि अल्ट्रावायलेट किरणें आप की आंखों को नुकसान न पहुंचा सकें।

6. आंखों पर दिन में कई बार ठंडे पानी के छींटे मारें। आंखों पर खीरे के टुकड़े या रूई फाहे में गुलाबजल डालकर आंखों पर रखें। आंखों को ताजगी मिलेगी।

7. आंखों के लिए स्वस्थ भोजन और अच्छी नींद से कभी भी समझौता न करें। खाने में हरी सब्जियां, अंकुरित अनाज आदि का अधिकाधिक सेवन करें।

8. दिन में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, ताकि आप के शरीर की गंदगी बाहर निकले और शरीर के अंगों में पानी बनी रहे। यह नमी आंखों के लिए भी जरूरी है।

9. डाक्टर के परामर्श से आंखों में ऐसी दवाएं डालें, जो आंखों को शुष्क होने से रोके और संक्रमण न पैदा होने दें। आंखों के आसपास सनस्क्रीन न लगाएं। इनसे आंखों को नुकसान हो सकता है।

10. कंप्यूटर पर काम करते समय बीच-बीच में ब्रेक लें और पलके झपकाते रहें।