नई दिल्ली : पाकिस्तानी मीडिया में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में वर्ष 2010 में हुए नक्सली हमले का वीडियो कश्मीर हिंसा के नाम से प्रसारित किया जा रहा है। इस खबर के प्रसारण के बाद सोशल मीडिया पर भी इसे ऊर्दू लिपि में कैप्शन के साथ प्रसारित किया जा रहा है। इसमें बताया गया कि हिंदूवादी संगठन और RSS के लोग वर्दी में कश्मीर में हिंसा कर रहे हैं। जिन्हें कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। इसमें बताया गया कि 170 भगवा गुंडों की वर्दी में लाश भी मिली है। दंतेवाड़ा के ताड़मेटला में वर्ष 2010 में नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हुए थे। इसी वीडियो को चलाया जा रहा है।
नक्सली हत्या के बाद शहीद जवानों की लाश को जब जंगल में रखा गया था, उसे दिखाया जा रहा है। पाक मीडिया में दावा किया जा रहा है कि यह सभी हिंदूवादी संगठन के लोग हैं। इनको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर कश्मीर में भेजा गया है।
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि ये कश्मीर में महिलाओं के साथ दुराचार की नियत से गए थे। तीन लाख भगवा गुंडे कश्मीर में घूम रहे हैं। 30 सेकेंड के वीडियो को पाकिस्तान की सोशल मीडिया में जमकर वायरल किया जा रहा है।
मीडिया में दावा किया जा रहा है कि हिंदू फासिस्ट ताकतों को वर्दी में ढेर किया गया है। बस्तर के ताड़मेटला में 6 अप्रैल 2010 को सीआरपीएफ जवान सर्चिंग के लिए निकले थे, जहां माओवादियों ने बारुदी सुरंग लगा कर 76 जवानों को मार डाला था।
बता दें कि दंतेवाड़ा जिले के ताड़मेटला में हमला पैरामिलिट्री फोर्स पर हुआ। यह हमला देश का सबसे बड़ा नक्सली हमला था। इसमें सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हो गए थे। सीआरपीएफ के करीब 120 जवान सर्चिंग अभियान के लिए निकले थे। सर्चिंग से वापस लौटने के दौरान एक हजार नक्सलियों ने एंबुश लगाकर जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी थी। इसमें आठ नक्सलियों की भी मौत हो गई थी। नक्सलियों ने जवानों के हथियार, जूते भी लूट लिए थे।