अहमदाबाद : गुजरात में राजकोट जिले के जिस रिसॉर्ट में कांग्रेस ने पाला-बदलने के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए अपने कुछ विधायकों को ठहराया है, उसके खिलाफ लॉकडाउन नियमों के उल्लंघन को लेकर रविवार को पुलिस शिकायत दर्ज की गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि पांच-छह विधायकों को छोड़कर 65 में से ज्यादातर विधायक विभिन्न रिसॉर्ट में पहुंच चुके हैं क्योंकि पार्टी ने राज्य से चार सीटों के लिए होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले से भाजपा द्वारा ‘पाला-बदलवाने’ की किसी भी कोशिश से बचाने के लिए उन्हें समन किया।
पुलिस ने राजकोट के नीलसिटी रिसॉर्ट के मालिक और प्रबंधक के खिलाफ लॉकडाउन अधिसूचना का कथित रूप से उल्लंघन करते हुए कांग्रेस विधायकों के लिए रिसॉर्ट का द्वार खोलने को लेकर भादंसं की संबंधित धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। अधिसूचना के अनुसार, होटलों और रेस्तरांओं के सोमवार तक खुलने पर रोक थी।
यूनिवर्सिटी रोड थाने के निरीक्षक आरएस ठाकर ने कहा, हमने नीलसिटी रिसॉर्ट के मालिक और प्रबंधन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जहां कांग्रेस विधायक ठहरे हुए हैं। उन पर रिसॉर्ट खोलकर लॉकडाउन अधिसूचना का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है।
केंद्र और राज्य सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार होटल और रेस्तरां आठ जून से अपना कामकाज बहाल कर सकते हैं, जबकि सौराष्ट्र क्षेत्र के कांग्रेस विधायक शनिवार को ही राजकोट के इस रिसॉर्ट में ठहराए गए थे।
अपने तीन विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने अपने अधिकतर विधायकों को राजकोट, बनासकांठा के अंबाजी तथा आणंद के रिसॉर्ट में ठहराया है। गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में अब कांग्रेस के पास 65 विधायक ही हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि ज्यादातर विधायक राजकोट, बनासकांठा के अंबाजी तथा आणंद के रिसॉर्ट में पहुंच गए हैं, जहां वे राज्यसभा चुनाव के दिन तक ठहरेंगे। उन्होंने कहा, पांच से सात विधायक नहीं पहुंच पाए हैं और वे भी आज पहुंच जाएंगे। वे निजी कारणों से रुक गए हों।