नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त और राज्यों के DGP से कहा है कि वे विदेश से आए 960 तबलीगी जमातियों के खिलाफ FIR दर्ज करना शुरू करें क्योंकि ये लोग कोविड -19 के कारण सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल में लोगों के जीवन को खतरे में डाल हैं। गृह मंत्रालय ने गुरुवार शाम को राज्यों को 960 विदेशियों के वीजा रद्द करने और उन्हें फिर से भारतीय वीजा प्राप्त करने से रोकने के लिए कहा था। गृह मंत्रालय के अनुसार, ये विदेशी पर्यटक वीजा के बल पर देश में दाखिल हुए थे, लेकिन अपने निजामुद्दीन मुख्यालय में तब्लीगी गतिविधियों में लगे हुए थे, इस जमात ने कोरोना जैसे वायरस के फैलाने में बड़ी भूमिका निभाई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार (3 अप्रैल) को बताया कि पिछले दिनों दिल्ली स्थित निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेने वालों में से अब तक कुल 647 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। ये लोग 14 राज्यों के हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पिछले दो दिनों में तबलीगी जमात के 647 लोगों में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। ये लोग असम, अंडमान निकोबार, दिल्ली, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से हैं।
उन्होंने कोरोना के संक्रमण की श्रंखला को तोड़ने के लिए लागू देशव्यापी बंद (लोकडाउन) को कारगर उपाय बताते हुए कहा कि संक्रमण के मामलों में जो बढ़ोतरी पिछले कुछ दिनों में हुयी है, उसका मुख्य कारण एक खास घटना रही।
अग्रवाल ने कहा कि अगर इस घटना को छोड़ दें तो लॉकडाउन और इस दौरान सामाजिक मेलजोल से दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) के उपायों के कारण नए मामलों की गति मे इजाफा नहीं हो रहा था। अग्रवाल ने देशवासियों से अपील की, ”हम सभी को यह समझना होगा कि हम एक संक्रामक बीमारी से जूझ रहे हैं, ऐसे में इससे निपटने के उपायों का पालन में करने में मामूली सी चूक हमारे सारे प्रयासों को व्यर्थ साबित कर देती है।”