नई दिल्ली : AIIMS अस्पताल के टीचिंग ब्लॉक में शनिवार की शाम 5 बजे आग लग गई। अधिकारियों ने बताया कि आग की वजह से नमूने और मेडिकल जांच रिपोर्ट बर्बाद हो गए तथा कुछ मरीजों को बाहर निकालना पड़ा। हालांकि कोई भी घायल नहीं हुआ है। करीब 6 घंटे बाद AIIMS में लगी भयंकर आग पर काबू पाया जा सका। बताया जाता है कि 5वीं मंजिल पर एसी कंप्रेशर फटने से यह आग लगी।
अधिकारियों के मुताबिक AIIMS की पांचवीं मंजिल पर शाम करीब 5 बजे आग लगी थी। एबी वार्ड के कुछ तलों से मरीजों को तथा धुएं का गुबार ऊपर ऑपरेशन थिएटर की तरफ बढ़ने की वजह से वहां से भी मरीजों को बाहर निकाला गया। यह वार्ड माइक्रोबायोलॉजी विभाग से सटा हुआ है। शिफ्ट किए गए मरीजों के लिए AIIMS ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए।
सूत्रों ने कहा कि आग लैब मेडिसिन विभाग के इमरजेंसी लैब तक फैल गई थी, जो माइक्रोलॉजी विभाग की वायरोलॉजी यूनिट के ठीक बगल में है, जहां पिछले कुछ समय से बिजली का काम चल रहा था और केबल एवं तार वहां रखे हुए थे।
उन्होंने बताया कि आग पहले तल पर नीचे की तरफ फैलने के साथ ही इमारत के दूसरे एवं तीसरे तल पर ऊपर की तरफ भी फैल गई। सूत्रों ने बताया कि पांचवें तल के कुछ हिस्से भी प्रभावित हुए। मरीजों के नमूने जांच के लिए वायरोलॉजी यूनिट और लैब मेडिसिन विभाग आते हैं।
सूत्रों ने कहा कि ऐसा संदेह है कि वायरोलॉजी यूनिट के खाक हो जाने की वजह से कई जांच नमूने और मरीजों के रिकॉर्ड बर्बाद हो गए। हालांकि अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ और तापमान को सामान्य करने की प्रक्रिया जारी है।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के एक अधिकारी ने बताया कि फोन पर सूचना मिलने के बाद दमकल की गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। सूत्रों ने बताया कि दूसरे तल पर स्थित टीचिंग ब्लॉक के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की वायरोलॉजी यूनिट पूरी तरह खाक हो गई। अग्निशमन विभाग के अधिकारी ने बताया कि आग में कोई हताहत नहीं हुआ है।
पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली कार्डियो न्यूरो केंद्र के आईसीयू में भर्ती हैं, जो परिसर की एक अलग इमारत में स्थित है। कई प्रमुख नेता उनकी सेहत के बारे में जानने के लिए पिछले कुछ दिनों से अस्पताल आ रहे हैं।