जानिये, क्यों इतिहास में पहली बार रूपया सबसे निचले स्तर पर पहुंचा, डॉलर के मुकाबले 70 के पार हुआ रुपया

नई दिल्ली : डॉलर के मुकाबले रुपये में जारी गिरावट के कारण मंगलवार को रुपया 70 का आंकड़ा पार कर गया है। ऐसे में अब आशंका जताई जा रही है कि यह 71 के पार भी पहुंच जाएगा।

रुपया पहली बार डॉलर के मुकाबले 70 के निचले स्तर पर पहुंच गया है। रुपए की गिरावट लगातार दूसरे दिन भी जारी है। इसके पहले बीते सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 69.96 के निचले स्तर पर पहुंचा था, हालांकि आज 70.085 के सबसे निचले स्तर को छू लिया।

रुपए की इस भारी गिरावट के बाद आम लोगों से लेकर विपक्षी पार्टियों तक सभी के निशाने पर मोदी सरकार आ गयी है। वहीं अब कांग्रेस की पार्टी ने अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर बताया कि आखिरकर मोदी सरकार ने वह कर दिया, जो अब तक बीते 70 सालों में भारत के इतिहास में कभी नहीं हुआ है। वहीं कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी ने भी रुपए की इस भारी गिरावट के बाद मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि, जनता झेल रही है मार, रुपया पहुंचा 70 के पार, अब तो जागो मोदी।

अगर रुपए में आ रही इस गिरावट की प्रमुख वजह देखा जाए तो तुर्की की मुद्रा में गिरावट को सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है। दरअसल तुर्की के लिरा में आ रही गिरावट के कारण डॅालर मजबूत हो गया, जिसका सीधा असर रुपए पर देखने को मिला और ऐसी आशंका जताई जा रही है कि कहीं तुर्की में पैदा हुआ आर्थ‍िक संकट वैश्व‍िक अर्थव्यवस्थाओं पर भी असर न डाले.

अगर विशेषज्ञों की मानें तो रुपया डॅालर के मुकाबले 71 का भी आंकड़ा छू सकता है। ऐसे में अगर यह होता है तो मोदी सरकार के साथ सबसे बड़ी चुनौती भारती रिजर्व बैंक पा रहेगी कि कैसे वह रुपए को संभाल पाएगी।

जानकारी के लिए आपको बता दें, तुर्की से मेटल इंपोर्ट पर अमेरिका द्वारा दोगुनी इंपोर्ट ड्यूटी लगाने के फैसले से मार्केट में भूचाल आ गया। इसका वजह से जहां तुर्की की लीरा करंसी पहले ही खराब हालत में चल रही है, अब वे रिकॅार्डतोड़ निचले स्तर पर पहुंच गयी है। इस साल इसमें करीब 40 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। इसका असर सोमवार को भारतीय रुपये पर पड़ा।