इस इकाई के उद्देश्यों में खेलों में धोखाधड़ी से जुड़े मामलों की जांच और पूछताछ, खेलों में भ्रष्टाचार पर रोक तथा खेल महासंघों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ सहयोग शामिल है। अभी खेलों में धोखाधड़ी से निबटने के लिये अमेरिका की फेडरल ब्यूरो आफ इन्वस्टिगेशन (एफबीआई), आस्ट्रेलियन फेडरल पुलिस और कुछ यूरोपीय देशों में विशेष इकाईयां हैं। CBI ने इस इकाई के गठन से पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) और अंतरराष्ट्रीय फुटबाल महासंघ (फीफा) के अधिकारियों से बात की। CBI इसके साथ ही खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय के संपर्क में रहेगा ताकि खेलों में भ्रष्टाचार से निबटने संबंधी कानून जल्द से जल्द लागू किया जा सके।
इसी के साथ CBI द्वारा आयोजित यह कानून भारत को दुनिया के उन चंद देशों की सूची में शामिल कर देगा जिनके पास खेलों में भ्रष्टाचार की जांच के लिये फेडरल जांच एजेंसी के हिस्से के रूप में एक समर्पित इकाई है। एजेंसी निदेशक ने कहा कि आने वाले वर्षों में हम इकाई को अधिक मजबूत बनाएंगे और उम्मीद है कि खेलों में भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में अहम योगदान देंगे। हम CBI के इस कदम को सफल बनाने के लिये सभी संबंधित पक्षों से सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं।