नई दिल्ली: बीजेपी के पूर्व नेता केएन गोविंदाचार्य ने समाजसेवी और गांधीवादी नेता अन्ना हजारे से रालेगण सिद्धि में जाकर मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि गोविंदाचार्य ने अन्ना को मिलकर यह आश्वासन दिया है कि वह कालाधन, भ्रष्टाचार और भूमि अधिग्रहण बिल के मुद्दे पर उनके साथ हैं।
गौरतलब है कि अन्ना हजारे ने हाल ही में मोदी सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मोर्चा खोला था। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार अपने वादे पूरे करने में असफल रही है। चुनावों से पहले काफी वादे किए गए थे, लेकिन पूरा एक भी नहीं हुआ। नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि वो भ्रष्टाचार मिटाएगी, कालाधन वापिस लाएगी।
हालांकि अन्ना ने मोदी सरकार को अब छह महीने का समय दिया है। अन्ना का कहना है कि अगर अगले छह महीने में भी हालात नहीं बदले तो वह केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे।
अब गोविंदाचार्य ने भी कह दिया है कि वह अन्ना के साथ हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं कालाधन, भ्रष्टाचार और भूमि अधिग्रहण विधेयक के मुद्दे पर मोदी सरकार के खिलाफ अन्ना के आंदोलन से जुड़ना चाहूंगा। अगर मोदी के विरोधी अन्ना के समर्थन में ऐसे ही खड़े होते रहे, तो एनडीए सरकार को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते ही मोदी सरकार के सभी विरोधी खुद को अन्ना के साथ खड़ा बता रहा है। कुछ दिनों पहले आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक योगेंद्र यादव ने कहा था कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में अन्ना हजारे के साथ खड़े रहेंगे।