जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का निधन हो गया है. शुक्रवार सुबह उन्हें भाषण देते वक्त गोली मारी गई थी जिसके बाद इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दुनियाभर के नेताओं ने आबे की मौत पर दुख जताया है. शिंजो आबे पर तेत्सुया यामागामी नाम के एक शख्स ने हमला किया है जो कि पूर्व सैनिक बताया जा रहा है. पुलिस ने हमले के तुरंत बाद यामागामी को धर दबोचा और हत्या में इस्तेमाल हथियार को जब्त कर लिया है.
असहमति की वजह से मारी गोली
अब पुलिस पूछताछ के दौरान हमलावर ने इस हत्या के पीछे के मकसद का खुलासा किया है. लोकल मीडिया ने रिपोर्ट किया है कि हमलावर शिंजो आबे से नाराज चल रहा था और उसने अपनी असहमति जताने के लिए उन्हें निशाना बनाया. जानकारी के मुताबिक आबे पर देसी बंदूक से हमला किया गया था और उन्हें करीब से गोली मारी गई थी. नारा की पुलिस ने हत्या की कोशिश के लिए यामागामी को गिरफ्तार कर लिया है और जानकारी मिली है कि हमलावर साल 2000 में तीन साल के लिए समुद्री आत्म-रक्षा बल में काम कर चुका है. पुलिस हमलावर से पूछताछ में जुटी है और उसके घर से विस्फोटक भी बरामद हुआ है.
गोली लगने के तुरंत बाद 67 वर्षीय आबे को विशेष विमान से अस्पताल ले जाया गया लेकिन उस समय उनकी सांस नहीं चल रही थी. दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में से एक माने जाने वाले जापान में यह हमला हैरान करने वाला है क्योंकि वहां पर गन कंट्रोल के खिलाफ सख्त कानून हैं और हथियार का लाइसेंस लेना बहुत की मुश्किल माना जाता है. प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने इस हमले को कायराना और बर्बर बताते हुए कहा कि इलेक्शन कैंपेन के दौरान हुई वारदात के दोषी को सख्त सजा दी जाएगी.
सरकारी चैनल एनएचके ने घटना का एक फुटेज जारी किया है जिसमें नारा में एक मुख्य ट्रेन स्टेशन के बाहर शिंजो आबे को भाषण देते हुए देखा जा सकता है. जब गोली चलने की आवाज सुनाई दी तो आबे खड़े थे, उन्होंने गहरे नीले रंग के कपड़े पहने हुए थे और अपनी मुठ्ठी उठा रहे थे. इसके बाद फुटेज में आबे को सड़क पर गिरते हुए देखा गया और कई सुरक्षाकर्मी उनकी ओर भाग रहे थे. उन्होंने अपने सीने पर हाथ रखा हुआ था और उनकी शर्ट पर खून लगा हुआ था.
भारत में एक दिन का राष्ट्रीय शोक
फुटेज में नजर आता है कि इसके अगले पल ही सुरक्षाकर्मी भूरे रंग की कमीज पहने एक व्यक्ति को दबोच लेते हैं और जमीन पर एक बंदूक गिरी हुई दिखायी देती है. एक अन्य फुटेज में चुनाव प्रचार अधिकारियों को अपने लोकप्रिय नेता के आसपास इकट्ठा होते देखा जा सकता है. शिंजो आबे सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी में प्रभावशाली नेता थे और वह उसके सबसे बड़े धड़े सेइवकाई की अगुवाई करते थे. जापानी संसद के ऊपरी सदन के लिए रविवार को वोटिंग होनी है.
आबे के निधन से भारत में भी शोक की लहर है और पीएम मोदी ने उन्हें सच्चा दोस्त बताते हुए देश में 9 जुलाई को एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है. पीएम मोदी ने भारत-जापान के रिश्तों को मजबूती देने के लिए आबे की सराहना की साथ ही कहा कि उनके निधन से हर जापानी ही नहीं बल्कि भारतीय भी गहरे सदमे में है. पीएम मोदी के अलावा देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत तमाम कैबिनेट मंत्रियों ने आबे के निधन पर शोक जताया है.