काँग्रेसी नेता रशीद मसूद और राज बब्बर के बाद फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने कहा, यदि आप चाहें तो आप अपना पेट एक या 100 रुपए में भर सकते हैं, यह आप पर करता है कि आप क्या खाना चाहते हैं। हम लोग कोशिश कर रहे हैं कि ग़रीबों की ज़िंदगी बदले और वे अच्छा खाना खाएं और स्वस्थ्य रहें, ताकि भारत की प्रगति हो सके।
इससे पहले राज बब्बर ने देश भर को 12 रुपये में भर पेट खाना खिलाने का दावा किया था। कह रहे थे कि मुंबई में 12 रुपये में ही भर पेट खाना मिल जाता है। जब बयान पर सवाल उठे तो कांग्रेस सांसद अब अपने पुराने बोल से पलट गए हैं। वो कहते हैं कि उन्होंने तो अपना बयान गरीब लोगों को मिलनेवाली सब्सिडी के संदर्भ में दिया था। अगर उनके इस ब्यान से किसी को ठेस पहुंची है, तो उन्हें इसका खेद है।
गौर करने वाली बात यही भी है कि इससे पहले कांग्रेस सांसद रशीद मसूद ने कहा था कि दिल्ली में एक व्यक्ति पांच रुपए में भर पेट खाना खा सकता है। मसूद ने कहा था, आप दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में पांच रुपए में भरपेट खाना खा सकते हैं।
दरअसल, खाने की कीमत पर कांग्रेस नेता के ये बयान देश में गरीबी पर योजना आयोग के ताजा आंकड़ों को सही ठहराने के लिए दिए गए था। योजना आयोग के मुताबिक साल 2011-12 में गरीबी घटकर महज़ 21.9 फीसदी रह गई है, जो साल 2004-05 में 37.2 फीसदी थी। सरकार के इस डाटा को लेकर ज़बरदस्त विरोध हो रहा है और विपक्ष सरकार को घेरने कि कोशिश में लगी हुई है।