नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने सीमा पार से जारी आतंकवाद खत्म नहीं होने तक पाकिस्तान के साथ रिश्तों पर पूरी तरह से रोक लगाने का समर्थन करते हुए कहा कि भारतीयों का जीवन खेल से अधिक महत्वपूर्ण है। गंभीर ने कहा, ‘‘मैं पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने के बारे में सोच भी नहीं सकता।
भारतीयों का जीवन खेल से अधिक महत्वपूर्ण है।’’ गंभीर ने जोर देकर कहा कि राजनीति और खेलों को अलग रखने की बात करने वालों को पहले खुद को सैनिकों की जगह रखकर देखना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पूरी तरह से इस रूख का समर्थन करता हूं कि जब तक सीमा पार आतंकवाद खत्म नहीं होता तब तक पाकिस्तान के साथ कोई रिश्ते नहीं होने चाहिए। लोगों को खुद को सेना की जगह रखकर सोचना चाहिए जिन्होंने अपने बच्चे गंवाए हैं, किसी ने अपना पिता, बेटा गंवाया है।’’
आगे गंभीर ने कहा, ‘‘हम एसी कमरे में बैठकर यह कह सकते हैं कि क्रिकेट या बॉलीवुड की तुलना राजनीति से नहीं होनी चाहिए जब तक कि हम खुद को भारतीय मानकर नहीं सोचें या अपने देशवासियों के बारे में नहीं सोचें। इसलिए मैं इसका पूरी तरह से समर्थन करता हूं कि जब तक कि हम अपने भारतीय लोगों, देशवासियों की सुरक्षा नहीं कर लेते तब तक सभी चीजों को अलग रखा जा सकता है।’
हाल में न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला के दौरान टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने वाले गंभीर पाकिस्तान के मुद्दे पर बोलने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी नहीं हैं। भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने 18 सितंबर को उरी में सेना के शिविर पर हुए हमले की निंदा की थी जिसमें 19 भारतीय सैनिक मारे गए थे। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी सोशल मीडिया पर इस घटना के बारे में लिखा था। भारत ने 2008 में मुंबई आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान के साथ कोई द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेली है।