एक ऐसी कुंवारी माँ,जो पालती है दर्जनों अनाथ बच्चों को जिसकी ममता ने न सिर्फ अपने शहर और राज्य क़ी सीमा को लांघने पर मजबूर हुई बल्कि इस भारत क़ी माता ने अब भारत क़ी सरहद पार कर नेपाल में ,वहां के सैकड़ो अनाथ बच्चों को अपने प्यार और ममता क़ी छावों में पाल रही है।
गीता गौतम जैसी अनाथ बच्चों को पालने वाली देवी माता की ममता भी सच में समाज और देश के लिए एक अदभुत प्रेरणा है, इन्हे देखकर बस इतना ही कहा जा सकता कि, कुछ कर गुजरने का जज्बा अगर दिल में हो तो हो उसकी मंजिल मुश्किल नहीं, नेपाल की रहने वाली असाधारण महिला,दर असल यह भारतीय मूल की ”गीता गौतम”है ,जिन्होंने भारत में जन्म लेकर ,पंजाब के जालन्धर स्थित एक अनाथ आश्रम में पल-बढ़ कर जब बड़ी हुई तो ,तभी से वह अपने जैसी उन सभी बच्चों की सेवा करने जैसा कार्य करने की अकान्छा लिये सर्व-प्रथम बिहार के कटिहार जिला पहुंची ,और अपनी सेवा कार्य के अंतर्गत वहां एक अनाथालय में यह कार्य आरम्भ किया। वहां के किये गए सेवा कार्य से, वह इतनी प्रोत्साहित हुई की ,वह उस सेवा विस्तार को नेपाल के इटहरी तक पहुंचा दिया, आज यह वही अनाथ आश्रम है जो लगभग पच्चीस वर्षों से करीब डेढ़ सौ बच्चों के जीवन को सवांरने में लगा है। इस देवी माता गीता गौतम की माने तो…,बच्चों की अच्छी सेवा और देख-भाल करने की वजह से इन्होने कभी शादी नहीं करने का फैसला लेकर इस महिला ने अपने जीवन को ब्रह्मचर्य सन्यासी जीवन में समर्पित कर अपने स्वार्थ का कठोर बलिदान करने में अपनी कसर नहीं छोड़ी।
जिस अनाथ आश्रम की संचालिका माता गीता गौतम हो वहां के परिवेश में पलने बढ़ने वाले बच्चे भला एक अच्छा समाज सेवी न बने,भला यह कभी हो सकता है ?,यहाँ के बच्चे स्कूल क़ी शिक्षा के साथ-साथ न सिर्फ कम्पूटर और सिलाई कढ़ाई जैसी ट्रेनिग लेतें है बल्कि उनके परिवेश के अनुसार वे भी समाज सेवी बनकर , समाज क़ी सेवा में जुटना चाहते हैं।
इनके साथ इनके कई बच्चे जो पढ़-लिख कर बड़े हो गए हैं,वे भी गीता गौतम का इस सामाजिक कार्य में अपना हाथ बटा रहें हैं।
भारत प्रेम से ओत-प्रोत इस महिला को देख कर सहज ही यह अंदाजा लगाया जा सकता है की ,जो महिला नेपाल की धरती पर आज भी भारत का गुणगान करती नजर आ रही है ,वह भारत के लोगों के प्रति कितना प्रेम रखती होगी,शायद यही कारण है की उसकी सफलता आज सेवा के क्षेत्र में उसे अन्तराट्रिय स्तर तक पहुंचा दिया है ,इसलिए ,भारतीय मूल की गीता गौतम का यह सेवा सफ़र कटिहार से चल-कर नेपाल के इस इटहरी इलाके में भी एक अपनी अलग पहचान बना ली है। भारतीय मूल की गीता गौतम इन दिनों नेपाल में भले ही एक अच्छी सेलेब्रिटी और राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित नारी जगत की महान विभूति हो मगर वह भारतीयता से इतना प्रेम करती है,कि उन्होंने न सिर्फ भारत प्रेम का गीत लिख डाले बल्कि उन्होंने अपनी लिखी हुई गीतों को खुद गाकर अपने उन पले-बढे अनाथ बच्चों के साथ-साथ नृत्य करने से भी पीछे नहीं हटती।