नई दिल्ली : दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच में हुई झड़प का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। पुलिसकर्मियों ने वकीलों द्वारा मारपीट का आरोप लगाते हुए पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर प्रदर्शन किया। इसमें इंस्पेक्टर रैंक से लेकर सिपाही तक ने जमा होकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मी हाथ में ‘सेव पुलिस’ और ‘हमें न्याय चाहिए’ के नारे लगी तख्तियां लिए हुए थे। प्रदर्शन कर रहे पुलिसकर्मी वकीलों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग कर रहे थे। इस प्रदर्शन में महिला पुलिसकर्मी भी शामिल रहीं।
पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने प्रदर्शन कर रहे पुलिसकर्मियों से मुलाकात की और उनसे ड्यूटी पर लौटने की अपील भी की। कमिश्नर ने कहा कि यह पुलिसकर्मियों के लिए धैर्य रखने का वक्त है। हम कानून के रखवाले हैं हमें अनुशासन में रहना होगा। हमारे लिए यह प्रतीक्षा और अपेक्षा की घड़ी भी है।
जानिये क्या है पूरा मामला ?
2 नवम्बर को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में गाड़ी पार्किंग के दौरान वकीलों और पुलिस के बीच विवाद हुआ था। इस विवाद के बाद दोनों पक्ष आमने सामने हो गए थे। इसके बाद विवाद ने बड़ा रूप ले लिया था और कोर्ट परिसर में ही गाड़ियों में तोड़फोड़ कर उनमें आग लगा दी गई थी। विवाद के दौरान कुछ वकील और पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे।
इस विवाद के बाद दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाया था। वहीं वकीलों की तरफ से कहा गया था कि एक पुलिसकर्मी द्वारा विवाद के दौरान गोली भी चलाई गई थी जिससे उनका एक साथी वकील घायल हो गया था। अब पुलिसकर्मियों के प्रदर्शन के बाद यह मामला लंबा खिंचता नजर आने लगा है।
वकील भी कर रहे हैं हड़ताल
पुलिस वकील विवाद ने जमकर तूल पकड़ लिया है। एक तरफ जहां पुलिसकर्मी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर तीस हजारी कोर्ट में वकीलों ने हड़ताल कर दी है। बार काउंसिल अध्यक्ष मनन मिश्रा ने वकीलों से हड़ताल खत्म करने का कहा है।