अमेरिका की दिग्गज टेक कंपनी गूगल (Google) के 200 से अधिक कर्मचारियों ने वर्कर्स यूनियन (Workers Union) बनाई है। इस यूनियन के चुने हुए नेताओं ने न्यूयॉर्क टाइम्स (New York Times) में एक लेख भी लिखा है। इस लेख में दावा किया गया है कि अल्फाबेट वर्कर्स यूनियन का मकसद कर्मचारियों के हितों की रक्षा करना है।
गूगल यूएस लेबर रेग्युलेटर के निशाने पर थी। उसने कंपनी पर आरोप लगाया था कि वह कई कर्मचारियों पर अवैध रूप से सवाल उठाए थे। इन लोगों को कंपनी की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने और यूनियन बनाने की कोशिशों के कारण बर्खास्त कर दिया गया। गूगल का दावा है कि उनसे कानून के मुताबिक काम किया है।
गूगल की वर्कर्स यूनियन के नेताओं ने लिखा कि हम कई सालों से गूगल में वर्कर्स की यूनियन बनाने के लिए प्रयास कर रहे थे। उनका दावा है कि 226 कर्मचारियों ने कम्युनिकेशंस वर्कर्स ऑफ अमेरिका के यूनियन कार्ड्स पर साइन किए हैं। गूगल में डायरेक्टर ऑफ पीपल ऑपरेशंस कारा सिल्वरस्टीन ने कहा कि हमारे कर्मचारियों ने लेबर राइट्स को बचाया है जिसे हम सपोर्ट करते हैं। लेकिन हम हमेशा की तरह सीधे अपने कर्मचारियों से साथ संपर्क में रहेंगे।