कोरोना वायरस (Coronavirus) BF.7 Variant को लेकर केंद्र सरकार अलर्ट है. कोरोना संकट के बीच मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य सचिव ने राज्य सरकारों को चिट्ठी लिखी है. स्वास्थ्य सचिव ने लेटर में राज्यों से वेंटिलेटर और ऑक्सीजन मशीनें दुरुस्त करने को कहा है. इस बीच, आज से एयरपोर्ट पर रैंडम टेस्टिंग की शुरुआत भी हो गई है. जिन यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी और उनको क्वारंटीन भी किया जाएगा. कोरोना के सब वेरिएंट बीएफ.7 के कारण पड़ोसी देश चीन में हाहाकार मचा हुआ है. अब इसको लेकर भारत भी अलर्ट मोड में आ गया है. आइए जानते हैं कोरोना संकट पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने क्या कहा?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का बयान
कोरोना वायरस संकट के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आज (शनिवार को) कहा कि विदेश से आए यात्रियों को ट्रैक करेंगे. पैसेंजर्स को RT-PCR रिपोर्ट देनी होगी. एयरपोर्ट पर थर्मल स्कैनिंग होगी. अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो संक्रमित को क्वारंटीन भी किया जाएगा.
बूस्टर डोज के लिए केंद्र पर लगी भीड़
इस बीच, लखनऊ से खबर आ रही है कि अस्पतालों में वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचकर लोग भारी संख्या में बूस्टर डोज लगवा रहे हैं. वैक्सीनेशन सेंटर्स पर लोगों की भीड़ बढ़ने लगी है. ज्यादातर लोग कोरोना वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लेने के बाद बूस्टर डोज देने में कोताही बरत रहे थे लेकिन कोरोना संक्रमण बढ़ने की तमाम आशंकाएं हैं तो लोग अब वैक्सीन सेंटर पर पहुंचकर बूस्टर डोज लगवा रहे हैं.
कोरोना का खतरा बढ़ा
गौरतलब है कि चीन, जापान, अमेरिका समेत दुनियाभर के कई देशों में एक बार फिर कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है. कोविड के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार सतर्क है. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से लोगों से कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करने की अपील की गई है. इसके अलावा जिन लोगों ने बूस्टर डोज अभी तक नहीं ली है उनसे बूस्टर डोज लेने के लिए कहा है.
बता दें कि देश में पिछले 8 महीने से लगातार कोरोना के केस में कमी आ रही है, जिसकी वजह देश के 4 राज्य मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा और सभी केंद्र शासित प्रदेश कोरोना मुक्त हो गए हैं. यहां पर पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमण का कोई मरीज सामने नहीं आया है. अगर कोरोना संक्रमण के पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो देश में संक्रमण दर 0.14 प्रतिशत है जो भारत के लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं हैं. इसके अलावा देश में वैक्सीनेशन का आंकड़ा भी 220 करोड़ के पार हो गया है.