नई दिल्ली : रोहिंग्याओं की बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए बांग्लादेश सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार के इस फैसले के तहत बांग्लादेश में रह रहे रोहिंग्याओं की नसबंदी कराई जाएगी। बता दें कि सभी तरीकों के फेल होने के बाद सरकार ने ये नसबंदी योजना बनाई है।
बता दें कि बीते कुछ समय पहले बांग्लादेश सरकार ने रोहिंग्याओं के कैंप में कॉन्डम भी बांटे थे, लेकिन इस कदम से भी जनसंख्या में कोई खास असर नहीं हुआ। बता दें कि म्यांमार में हिंसा के बाद करीब 6 लाख से ज्यादा रोहिंग्या बांग्लादेश में रह रहे हैं।
म्यांमार से आए इन शरणार्थियों को भोजन और साफ पानी जैसी सुविधाओं के लिए भी जूझना पड़ रहा है। कुछ अधिकारियों को डर है कि ऐसी स्थिति में यदि इनकी संख्या पर नियंत्रण नहीं लगाया गया तो स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है।
आपको बता दें कि जिला परिवार नियोजन अधिकारियों ने गर्भनिरोधक बांटने के लिए एक अभियान शुरू किया था, लेकिन उनके बीच अब तक सिर्फ 550 कॉन्डम पैकेट ही बांटे जा सके हैं, जबकि ज्यादातर लोग इसके इस्तेमाल को लेकर अनिच्छुक हैं। भट्टाचार्जी ने बताया कि इसलिए उन्होंने सरकार से रोहिंग्या पुरषों और महिलाओं नसबंदी का अभियान चलाने की इजाजत मांगी है, लेकिन इसे लेकर भी संघर्ष करना पड़ सकता है।
कैंप में रह रही 7 बच्चों की मां सबुरा ने बताया कि उनके पति का मानना है कि वे दोनों मिलकर बड़े परिवार को पाल सकते हैं। सबुरा ने बताया, ‘मेरे पति कहते हैं कि हमें बड़े परिवार को लेकर डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि म्यांमार में हमारे पास प्रॉपर्टी है। इसलिए हमारे बच्चों को कभी कोई दिक्कत नहीं होगी।