नई दिल्ली : सब जानते हैं कि नदियों के किनारे ही अनेक मानव सभ्यताओं का जन्म और विकास हुआ है। नदी तमाम मानव संस्कृतियों की जननी है। प्रकृति की गोद में रहने वाले हमारे पुरखे नदी-जल की अहमियत समझते थे। लेकिन अब इस आधुनिक युग में लोगों के ज़हन से ये बात निकलती जा रही है। लोगों ने तो जैसे नदियों को अपनी गन्दगी विसर्जन करने का जरिया मात्र बना लिया है और आज यमुना कि जो हालत है वो किसी से छुपी नहीं है।
लोगों के इसी आधुनिक नजरिये ने यमुना नदी को नाले में तब्दील करने में कोई कसर नहीं छोड़ा है। यदि हम यमुना कि बात करें तो इसकी सफाई का मुद्दा हमेशा से ही सुर्ख़ियों में रहा है। इसकी सफाई को लेकर भारत सरकार की तरफ से न जाने कितने ही दावे किये गये। लेकिन गंगा कि सफाई सिर्फ एक मुद्दा ही बनकर रह गई है।
लेकिन इस बात कि तर्ज पर कि करने कि चाह और निष्ठा हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं है। हां यमुना का उद्धार किया जा सकता है। इसके लिए कुछ दीर्घकालीन प्रयास को स्वत:स्फूर्त तरीकों से क्रियान्वयन करने की जरूरत होगी। इसी का बीड़ा उठाया है देश से बहार रहकर भी देश कि यमुना के सफाई के लिए मुहीम छेड़ने वाली स्वयं सेवी संस्था महाकाल मानव सेवा की संचालक गुरु माँ कंचन सिन्हा ने।
देश के बाहर रहते हुए भी गुरु माँ ने इस अभियान को फीका नही पड़ने दिया और इसके लिए उन्होंने यमुना के लिए दो पंडितो का भी प्रबंध भी किया। जो सुबह शाम नियमित रूप से यहाँ आरती और पूजा हैं। यहाँ आरती का आयोजन देखने लायक होता। गुरु मान ने जब से यह अभियान शुरू किया है तब से अब तक आरती के साथ -साथ कई अलग -अलग कार्यक्रम भी महाकाल मानव सेवा के द्वारा आयोजित किये जाते रहे है।
आपको यह बता दें कि अभी तक इस सम्बन्ध में किये गये सभी कार्य सरकार की मदद के बीना ही किये गए हैं। लेकिन अब इस सफल आयोजन को देखते हुए गुरु माँ कंचन सिन्हा और संस्था से जुड़े लोगो ने इस अभियान को और आगे बढ़ाते हुए यमुना आरती के आयोजन को सोनिया विहार के साथ-साथ दिल्ली के सबसे बड़े घाट ITO पर भी करने का फैंसला किया है।
गुरु माँ का कहना है कि वो यमुना को गंदगी और प्रदूषण मुक्त देखना चाहती है और जब तक इस अभियान को आगे नहीं बढ़ाया जायेगा तब तक लोगो में यमुना की साफ़ सफाई के प्रति नजरिया बदलने में थोड़ी समस्या होगी। उन्होंने कहा हमारा यह प्रयास है कि हम अधिक से अधिक लोगों को यमुना को सवच्छ और साफ़ रखने कि और अग्रसर कर सकें और हमारा यह अभियान बढ़ता जाए। गुरु माँ के इस अहम फैसले के बाद गंगा की आरती की तरह ही लोग दिल्ली के ITO घाट पर भी यमुना आरती का आनंद ले सकेंगे।
इसी के साथ आज इस सम्बन्ध के गुरु माँ ने भारत सरकार के Minister of State Micro, Small and Medium Enterprises गिरिराज सिंह से मुलाकात की और इस बारे में विस्तार से बात भी की। एक घंटा चली इस मुलाकात में कंचन सिन्हा जी ने यमुना की सफाई का मुद्दा तो उठाया ही साथ ही अपनी यह बात भी राखी कि भारत सरकार संस्था के द्वारा किये जा रहे इस प्रयास को बढ़ाने में उनकी मदद करे ताकि यमुना को साफ किया सा सके ।
गिरिराज सिंह ने भी महाकाल मानव सेवा के प्रयास को सराहा और आश्वाशन दिया की वो अपनी और भारत सरकार की और से संस्था की पूरी सहायता करेंगे साथ ही जो भी कार्यकर्म संस्था द्वारा किया जायेगा उसमे आने का भी प्रयास करेंगे।
इन सब के साथ देश के लोगों को भी इस पर विचार करने कि जरुरत है कि नदियों के बिना मनुष्य का जीवन संभव नहीं है। जरुरत है कि सभी लोग इस सत्य को जाने और स्वीकार करें और यमुना कि सफाई के अभियान में हिस्सा लेने के लिए आगे आये।