नई दिल्ली : मेलुक्स (Melux) नामक चीनी कंपनी ने दावा किया है कि अब इंसान की पहचान मात्र 0.3 सेकंड में या कहें कि पलक झपकते ही हो सकेगी। सबसे खास बात तो यह कि पहचान के लिए चेहरे की जरूरत नहीं होगी बल्कि हाथ की नसों से ही यह काम किया जा सकेगा।
मेलुक्स ने दावा किया है कि उसने ऐसी तकनीक विकसित की है जो फेस रिकग्निशन से लाख गुना ज्यादा सटीक है। कंपनी ने इसे एयरवेव नाम दिया है। कंपनी का कहना है कि हमारे चेहरे पर 80 से 280 फीचर पॉइंट्स हैं, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्सेस करती है। हालांकि आज की ज्यादातर कंपनियां फेस रिकग्निशन टेक्निक को ही ज्यादा सटीक और भरोसेमंद मानती हैं।
Odditycentral.कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक मेलुक्स की तकनीक सिर्फ 0.3 सेकंड में हाथों के लाखों माइक्रो-फीचर पॉइंट्स को एक्सेस कर लेती है। अल्ट्रा-एक्यूरेट ऑथेंटिकेशन और रियल टाइम ऑथराइजेशन के लिए स्कैनर पर हाथ स्वाइप करते ही इन्हें स्कैन कर लिया जाता है।
चीन या अन्य देशों में ज्यादातर जगहों पर चेहरे की पहचान के लिए क्यूआर कोड और पासवर्ड सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है। मेलुक्स का दावा है ऐसे मामलों में साइबर सुरक्षा की निजता पर सवाल भी उठ रहे हैं, लेकिन एयरवेव इनसे बेहतर और सुरक्षित है।