नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है और शनिवार तक संक्रमितों की संख्या 7400 के पार चली गई है। पिछले 24 घंटों में 40 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या भी 239 तक पहुंच गई है। इस बीच कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए देश में इस्तेमाल किया जा रहा ‘हॉटस्पॉट सील’ मॉडल सफल होता दिख रहा है। देश के तीन राज्यों में एक-एक हॉटस्पॉट कोरोना मुक्त हो गया है। राजस्थान में भीलवाड़ा, महाराष्ट्र के सांगली में इस्लामपुर और दिल्ली का पहला हॉटस्पॉट दिलशाद गार्डन कोरोना से मुक्त हो गया है। आइए जानते हैं कैसे ये दिन हॉटस्पॉट कोरोनो फ्री स्पॉट बन गए।
सीमाएं सील कर कोरोना पर काबू कर राजस्थान का भीलवाड़ा बना मॉडल
मार्च में राजस्थान के भीलवाड़ा में कोरोना के मरीजों की संख्या अचानक तेजी से बढ़ने लगी। यहां 27 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। लेकिन अब यहां एक भी कोरोना मरीज नहीं है। भीलवाड़ा ने जिस तरह कोरोना पर जीत पाई उसकी देश-विदेश में चर्चा हो रही है। मार्च के तीसरे सप्ताह में यहां 27 कोरोना मरीज मिले थे। करीब 20 दिन के बेहतर प्रबंधन के बाद अब यह कोरोना से मुक्त है।
भीलवाड़ा जिले के कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने तेजी दिखाते हुए सबसे पहले जिले की सीमाएं सील कर दीं। पहले से लागू लॉकडाउन को यहां काफी सख्त कर दिया गया। जरूरी सेवाओं के लिए खुलने वाली दुकानों को भी बंद कर दिया गया। किसी को भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गई। मेडिकल टीम के अलावा शहर में किसी के लिए प्रवेश मुमकिन नहीं था। राशन और दूध जैसी सामग्री घर-घर पहुंचाने का इतंजाम किया गया। 1500 लोगों को आइसोलेट किया गया और इनके घर के बाहर जवान तैनात कर दिए गए। घर-घर सर्वे और लाखों लोगों की स्क्रीनिंग की गई। क्वारंटाइन के लिए जिले के सभी होटल, गेस्ट हाउस, अस्पताल और हॉस्टल को अधिग्रहित कर लिया गया। शहरी और ग्रामीण इलाकों में लगातार हाइपोक्लोराइड का छिड़काव कराया गया। जनता ने भी प्रशासन का पूरा सहयोग किया और इसका नतीजा है कि आज भीलवाड़ा ना सिर्फ कोरोना मुक्त हुआ है, बल्कि दूसरों के लिए एक मॉडल भी बन गया है। यूपी, दिल्ली के अलावा दूसरे कई देशों ने भी इस मॉडल को अपनाया है।
जानिये, इस्लामपुर ने कैसे कोरोनो पर पाया काबू
महाराष्ट्र के सांगली जिले का एक छोटा कस्बा है इस्लामपुर। अब यह कोरोना के खिलाफ जंग में उम्मीद की किरण बनकर उभरा है। 23 मार्च को यहां एक परिवार के चार लोग पॉजिटिव मिले तो 70 हजार की आबादी वाला यह कस्बा परेशान हो उठा। लेकिन करीब 18 दिन बाद भी यहां संक्रमितों की संख्या 26 तक पहुंची और ये सभी उन्हीं 4 लोगों के संपर्क में आए लोग हैं। इनमें से 9 तो बुधवार तक घर भी लौट गए। इस परिवार के बाहर यह वायरस फैल नहीं सका। अब यह हॉटस्पॉट संक्रमण मुक्त हो चुका है। वजह है जिला प्रशासन की तेजी और हॉटस्पॉट सील मॉडल।
जिले में पहला केस सामने आया तो सांगली जिला प्रशासन ने ऐक्शन मोड में आने में देरी नहीं की। तुरंत एक डिस्ट्रिक्ट रैपिड ऐक्शन फोर्स का गठन किया। इन्हें पहली जिम्मेदारी दी गई पॉजिटिव मिले 4 लोगों के नजदीकी लोगों को की पहचान करना। इस परिवार के निवास स्थान से एक किलोमीटर दायरे को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया। जिला कलेक्टर अभिजीत ने कहा, ‘हमने 53 हाई रिस्क और 436 लो रिस्क कॉन्टैक्ट्स की पहचान की। जिनमें लक्षण दिखे उन्हें आइसोलेशन में भेजा और जांच कराई। जिनमें कोई लक्षण नहीं था उन्हें क्वारंटाइन करके रखा गया।’
उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट जोन में 1608 परिवार थे, जिनमें कुल 7600 सदस्य थे। एक किलोमीटर का एक और बफर जोन बनाया गया। बाहर निकले और अंदर आने के लिए एक-एक रास्ता ही रखा गया, बाकी सब बंद कर दिए गए। रातोंरात इस्लामपुर के सभी बाजारों में बैरिकेड लगा दिए गए। उसी रात सैनिटेशन का काम शुरू कर दिया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि शुरुआत में उन्हें थोड़ी दिक्कत हुई लेकिन जल्द ही प्राशासन ने हर चीज का इंतजाम कर दिया। इस जोन से जो भी गाड़ियां बाहर निकलतीं उन्हें डिसइंफेक्शन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था। बफर जोन में एक परिवार से एक ही व्यक्ति को जरूरी सामान के लिए बाहर निकलने की छूट मिलती थी।
जानिये, दिल्ली में कैसे ऑपरेशन शील्ड से कोरोना पर किया काबू ?
दिल्ली के पहले हॉटस्पॉट दिलशाद गार्डन में बीते 10 दिनों में एक भी कोरोना से संक्रमण का नया केस सामने नहीं आया है। एक के बाद एक कुल 8 संक्रमित मिलने के बाद इस इलाके में सरकार का ऑपरेशन शील्ड चलाया था। ऑपरेशन के दौरान 81 से अधिक लोगों की जांच भी की गई है, जिसमें किसी को कोरोना नहीं मिला है। सरकार का दावा है कि इस अभियान के तहत 15 दिनों तक की गई मेहनत के बाद इस इलाके को कोरोना मुक्त कर लिया है। अभी निगरानी कुछ दिनों तक जारी रहेगी।
दिल्ली के पहले हॉटस्पॉट दिलशाद गार्डन में बीते 10 दिनों में एक भी कोरोना से संक्रमण का नया केस सामने नहीं आया है। एक के बाद एक कुल 8 संक्रमित मिलने के बाद इस इलाके में सरकार का ऑपरेशन शील्ड चलाया था। ऑपरेशन के दौरान 81 से अधिक लोगों की जांच भी की गई है, जिसमें किसी को कोरोना नहीं मिला है। सरकार का दावा है कि इस अभियान के तहत 15 दिनों तक की गई मेहनत के बाद इस इलाके को कोरोना मुक्त कर लिया है। अभी निगरानी कुछ दिनों तक जारी रहेगी।
8 मामले सामने आने पर दिलशाद गार्डन और पुरानी सीमापुरी के कुछ इलाके सील कर दिए गए थे। एहतियात से केस नहीं बढ़े। इलाके को सील कर आवाजाही को बंद कर दिया गया। कॉलोनी में लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया।123 मेडिकल टीम ने घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग की। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा, ‘दिलशाद गार्डन में पहला ऑपरेशन शील्ड चलाया गया। हजारों लोगों को क्वारंटाइन किया गया। अब यह क्षेत्र कोरोनामुक्त कर लिया गया है।’