हैदराबाद : राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के 7 सदस्यीय दल ने शनिवार को उस जगह का दौरा किया जहां पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए आरोपी मुठभेड़ में मारे गए थे।
NHRC का दल यहां से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित चट्टनपल्ली गांव पहुंचा जहां यह मुठभेड़ हुई थी। यह मुठभेड़ स्थल उस जगह से थोड़ी ही दूर स्थित है जहां 27 नवंबर की रात पशु चिकित्सक से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या किए जाने के बाद उसका जला हुआ शव बरामद हुआ था।
अधिकारियों ने कहा कि दल ने पोस्टमार्टम के बाद महबूबनगर के सरकारी अस्पताल में रखे गए आरोपियों के शव का भी निरीक्षण किया। आरोपियों के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई। देश में मानवाधिकार की सर्वोच्च संस्था ने कहा था कि मुठभेड़ चिंता का विषय है और इसकी सावधानीपूर्वक जांच किए जाने की जरूरत है।
एनएचआरसी ने कहा, ‘आयोग की राय है कि इस मामले की जांच बेहद सावधानीपूर्वक किये जाने की जरूरत है। इसी के अनुरूप, उसने अपने महानिदेशक (जांच) को तत्काल एक तथ्यान्वेषी दल मामले की जांच के लिये मौके पर भेजने को कहा है।’
धरने पर आरोपी की पत्नी : पुलिस की कार्रवाई पर उठ रहे सवालों के बीच मारे गए आरोपियों में से एक की पत्नी आज नारायणपेट जिले में स्थित अपने गांव में कुछ अन्य लोगों के साथ सड़क पर बैठ गई और चक्का जाम किया। उसका आरोप था कि उसके साथ नाइंसाफी हुई है।
मारे गए आरोपी चेन्नकेशावुलू की गर्भवती पत्नी रेणुका ने कहा कि गलती करने पर कितने लोग जेल में हैं…उन्हें भी उसी तरह गोली मार दी जाना चाहिए जैसे इन्हें (महिला पशुचिकित्सक मामले के आरोपी) मारी गई…हम तब तक शवों को नहीं दफनाएंगे।