एक निजी कार्यक्रम में शहर आए श्री भाटिया ने कहा कि भारत पाक के रिस्ते हमेशा से ही संवेदनशील रहे हैं। हाल ही में सीमा पर हुई घटनाऐं देश भर में तनावपूर्ण माहौल बनाऐं हुऐ है। ऐसें में सीमा पर इन गतिविधियों का क्या मतलब है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत-पाक के रिस्तों को नुकसान पहुँचाने के उद्देश्य से वहां के आतंकी संगठन और उनको संरक्षण देने वाली पाक सेना सीमा पर घटनाओं को अंजाम दे रही है।
जब भाटिया जी से हमारे संवाददाता पंकज कुमार ने सवाल पुछा कि ऐसी घटनाओ पर भारत की प्रतिक्रिया क्या होनी चाहिऐ? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसे में भारत को सीमा पर सख्ती के साथ कदम उठाते हुऐ दुस्साहसिकपूर्ण घटनाओं पर जवाबी कर्रवाई करनी चाहिऐ। उन्होंने कहा कि सरकार की विदेश नीति में कोई खामी नज़र नहीं आती।
उन्होंने कहा दोनों देशों के बीच शान्ति व्यवस्था को बनाने के लिऐ द्विपक्षीय वार्ता जारी रखनी होगी। पाकिस्तान एक जटिल देश है उसके साथ विवादों को सुलझापाना इतना आसान नहीं है। इसके लिऐ लम्बे समय और अधिक प्रयास की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जल्द ही रणनीति तय करके आईसीडब्ल्यूए अपने स्तर से पाकिस्तान से बेहतर सम्बन्धों के साथ भारत-पाक के अहम मुद्दों पर बात-चीत करेगा।
चीन से होगी खुली वार्ता
चीन से चल रहे तनाव पूर्ण सम्बन्धों को रास्ते पर लाने के लिऐ विश्व मामलों की भारतीय परिषद (आईसीडब्ल्यूए) अगले माह सितम्बर में चीन से वार्ता करेगा। आईसीडब्ल्यूए के महानिदेशक राजदूत आरके भाटिया ने बताया कि सितम्बर माह में चीन के साथ होने वाली इस वार्ता में भारत-चीन के बीच अहम मुद्दो पर खुली चर्चा होंगी। गौरतलब है कि पिछले कई माह में चीन ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की है। जिससे सीमा पर काफी तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।