मुंबई: महाराष्ट्र में सियासी घमासान जारी है। विधानसभा चुनाव में जनता ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को बहुमत दिया था, लेकिन सीएम की कुर्सी पर बैठने को लेकर दोनों की राहें अलग-अलग हो गईं। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि अगर BJP अपना वादा पूरा नहीं करना चाहती, तो गठबंधन में रहने का कोई मतलब नहीं है।
कुर्सी की चाह ने दोनों दलों की 30 साल की दोस्ती को तोड़ दिया। महाराष्ट्र में शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी को लेकर महाराष्ट्र में सरकार बना सकती है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि अगर BJP अपना वादा पूरा नहीं करना चाहती, तो गठबंधन में रहने का कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी को सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए 72 घंटे मिले, हमें 24 घंटे दिए गए। अगर बीजेपी जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ हाथ मिला सकती है, तो शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस के साथ क्यों नहीं जा सकती।
भाजपा ने रविवार को घोषणा की थी कि वह महाराष्ट्र में सरकार नहीं बनाएगी और उसने शिवसेना पर हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में राजग को मिले जनादेश का ‘अपमान’ करने का आरोप लगाया था। महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय सदन में भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना के पास राज्य में सरकार बनाने के लिए सोमवार को शाम साढ़े 7 बजे तक का समय है।
उल्रालेखनीय है कि ज्य में 21 अक्टूबर को हुए चुनाव में भाजपा ने 105 सीटें, जबकि शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत दर्ज की। इसके अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की। अगर शिवसेना विपक्षी दलों के समर्थन से सरकार बनाने का फैसला करती है तो सदन में तीनों पार्टियों के विधायकों की कुल संख्या 154 होगी, जो बहुमत के 145 के आंकड़े से अधिक है।