आज सुबह शहर में स्वयं सेवियों की एक टीम ने जब आईआईटी की सुरक्षा का जायजा लिया तो टीम को संस्थान के मुख्य द्वार से ही सुरक्षा व्यवस्था में खामियां नजर आई।
गौरतलब है कि आईआईटी में इन दिनों एशिया का सबसे बड़ा तकनीकी मेला ‘‘टेककृति -2013’’ लगा हुआ है।जिसमें देशभर के कई संस्थानों सहित पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल आदि के लोग भाग लेने आऐ हुऐ है।गुरूवार से शुरू हुऐ इस कार्यक्रम के लिऐ आईआईटी
प्रशासन द्वारा विशेष सुरक्षा इंतज़ामात के निर्देश दिऐ गऐ हैं। इन सबके वाबजूद संस्थान के मुख्य द्वार से ही सुरक्षा व्यवस्था में ठिलाई नज़र आई।
- संस्थान के मुख्य द्वार पर वाहनों की कोई चेकिंग नही
- जांच के लिऐ न तो डॉग स्क्वायड मिला न बोम्ब डिटेक्टर
स्वयं सेवियों की टीम ने तीन चैपहिया वाहनों सहित दो दुपहिया बाहनों के लिऐ आज सुबह तकरीबन 11: 30 बजे नानकारी जाने के लिऐ सुरक्षा चैकी से पास बनवाया तो वहां न तो किसी भी वाहन की जांच की गई और न ही गाडि़यों में मौजूद किसी भी व्यक्ति की काइे तलाशी ली गई। टीम को वहां न तो डॉग स्क्वायड मिला न बोम्ब डिटेक्टर। टीम ने सुरक्षा में लगे गार्ड अमित कुमार सारदे और मदन सिंह से उक्त संदर्भ में बात की तो उन्होने सुपरवाइजर ओम प्रकाश को बुलवाया। स्वयं सेवियों की टीम के सदस्य अंकुर कटियार द्वार सुरक्षा व्यवस्था की चूक पर सवाल किया तो सुपरवाइजर ओम प्रकाश जवाब नहीं दे पाऐ। जिसपर टीम के वरिष्ठ सदस्य संजय कटियार ने आईआईटी क्षेत्र के सुरक्षा प्रभारी इंस्पेक्टर सुरेन्द्र कुमार गौड से बात की तो उन्होंने कहा कि सीमित व्यवस्था के तहत ही सुरक्षा के इंतजाम किऐ गऐ है।
इस दौरान स्वयं सेवियों की टीम के मनीष त्रिपाठी, इंदू सिंह,एम अहमद आदि मौके पर उपस्थित रहे।
सुरक्षा में चूक पर एसओ का जवाब
“सीमित व्यवस्था के तहत ही सुरक्षा के इंतजाम किऐ गऐ है। सुरक्षा की बात कहना आसान है करना मुश्किल”
सुरेन्द्र कुमार गौड
सुरक्षा प्रभारी