नई दिल्ली: रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आज लोकसभा में अपना पहला रेल बजट पेश किया। उनके बजट यात्रियों पर बोझ नहीं बढ़ाया गया और किराए में बढ़ोतरी नहीं कि गई, लेकिन नई ट्रेनों की भी घोषणा नहीं की गई। हालांकि रेल मंत्री ने बजट में यात्री सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया। इसके साथ ही रेल मंत्री ने संसद में बजट पेश करते हुए कई समस्याीएं और चुनौतियां भी गिनाईं, जिनका सामना भारतीय रेल को करना पड़ रहा है।
रेल बजट की खास बातें :
रेल बजट में यात्रियों का बोझ नहीं बढ़ाया गया और किराए में बढ़ोतरी नही की गई।
रेलवे में अगले पांच साल में साढ़े आठ लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य है।
ट्रेनों और प्लेटफॉर्म की सफाई के लिए अलग से स्वच्छता विभाग बनाने का प्रस्ताव।
यात्रियों की शिकायतों के लिए नया हेल्पलाइन नंबर 138 और सुरक्षा के लिए नंबर 182 जारी किया जाएगा।
सफाई व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए यात्री डिब्बे में नई तरह के टॉयलेट स्थापित किए जाएंगे और डिस्पोजेबल कूड़ेदान भी लगाए जाएंगे।
108 गाडि़यों में ई-कैटरिंग सुविधा उपलब्ध कराने का संकल्प।
महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डिब्बे में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
अशक्त लोगों के लिए ऑनलाइन व्हील चेयर भी बुक कराने की सुविधा देने का एलान।
लोकल टिकट वेंडिंग मशीन की संख्या बढ़ाने के साथ वॉटर वेंडिंग मशीन भी लगाने का एलान।
देश के 400 प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
अब 60 दिन की जगह यात्री 120 दिन पहले अपनी टिकट बुक करा सकेंगे।
10 स्टेशनों पर सेटेलाइट सुविधा उपलब्ध कराने की घोषणा।
नौ रूटों पर 160 से 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने की घोषणा।
3438 मानव रहित फाटक खत्म होंगे, बिना गार्ड वाले फाटक पर अलार्म बजेगा।
रेलवे में नौकरी के लिए आवेदन ऑनलाइन होगा।
स्टेशन और गाड़ियों को कंपनियों के नाम दिये जाएंगे, कंपनियों को इसके लिए रेलवे को पैसा देना होगा।
दुर्घटनाओं को रोकने के लिए इसी साल एक्शन प्लान लागू किया जाएगा।
जनरल बोगियों में भी मोबाइल चार्ज की सुविधा देने के साथ स्लीपर में चार्जिंग प्वाइंट बढाए जाएंगे।
सेना जवानों को टिकट के लिए वारंट दिखाने की जरूरत नहीं होगी।
कई भारतीय भाषाओं में ई टिकट पोर्टल शुरू किए जाएंगे।
बिना रिजर्वेशन वाली टिकटों के लिए ऑपरेशन 5 मिनट शुरू किया जाएगा।
उत्तर-पूर्व को दिल्ली से जोड़ने के लिए ट्रेन चलाने की घोषणा।
अगले पांच वर्षों में रेलवे में 8.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य है।
स्वच्छ रेलवे, स्वच्छ भारत का नारा देते हुए रेल मंत्री ने कहा कि रेल आपका चलता फिरता घर है।
रेल की दैनिक यात्रा परिवहन क्षमता को 2.1 करोड़ से बढ़कर 3 करोड़ करने की योजना है।
गाडि़यों को तेज चलाने की योजना, यात्रियों का 20 प्रतिशत समय बचेगा।
नई ट्रेनों का एलान अभी नहीं होगा, समीक्षा के बाद नई ट्रेनों का एलान होगा।
ऐसी समस्याएं, जिनसे चिंतित हैं हमारे रेल मंत्री:
टिकट बुकिंग में दलालों पर लगाम लगाना चुनौती। इसी को देखते हुए अब टिकट बुकिंग 120 दिन पहले की जा सकेगी।
गाडि़यों की स्पीकड बढ़ाना चुनौती है। दिल्ली -कोलकाता की यात्रा एक रात में पूरी करना चैलेंज।
खाली माल गाड़ी को 100 किमी और लदी हुई माल गाडि़यों को 75 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलाना चुनौती है।
टिकट बुकिंग में दलालों पर लगाम लगाना समस्या, इसी को देखते हुए अब टिकट बुकिंग 120 दिन पहले की जा सकेगी।
दुर्घटनाएं रेलवे के लिए बड़ी समस्याा। यात्री सुरक्षा को लेकर भी प्रभु ने चिंता जताई।
रेल मंत्री ने रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जोंा पर चिंता जताई। उन्होंपने बताया कि रेलवे की जमीन पर अंकीकरण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।