प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार की सुबह दो दिवसीय दौरे के लिए वाराणसी पहुंचे। मोदी ने बड़ा लालपुर ने व्यापार केंद्र का शिलान्यास किया। शिलान्यास के बाद मोदी ने कहा कि मैं आज अपनो के बीच आया हूं। लालपुर में भाषण देने के बाद मोदी जयापुर पहुंचे। मोदी ने एक सांसद के तौर पर जयापुर को गोद लिया। क्याु एक सांसद बदल सकता है गांव?
दो दिन के दौरे पर वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री का हवाई अड्डे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्वागत किया। हालाँकि प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे नरेंद्र मोदी ने कहा कि बनारस के लोगों ने उन्हें अपना बना लिया है।
इससे पहले, उन्होंने लालपुर में हथकरघा बुनकरों के लिए ट्रेड फैसिलिटी सेंटर की आधारशिला रखी। मोदी ने यहां कहा, आज मैं आपके बीच हूं। आपके प्रतिनिधि के तौर पर आया है। आपके सेवक के तौर पर आया हूं। मोदी ने कहा, सरकारी व्यवस्था ऐसी रहती है कि व्यवस्था के कारण ऐसा लगता है कि हम लोग मंच पर बैठने वाले व्यक्ति हैं और आप लोग उधर बैठने वाले व्यक्ति हो। मेरे केस में ऐसा नहीं है। मैं वाराणसी को ऐसे स्थान के रूप में पाया है, जिस शहर ने मुझे अपना बना लिया है। एक प्रकार से अपनों के बीच आने का आनंद अलग होता है। कुछ समय पहले मैंने आने का तय किया था, लेकिन आंध्र में आए साइक्लोन की वजह से नहीं आ पाया। लेकिन आज आपके बीच हूं। आपके प्रतिनिधि के तौर पर आया है। आपके सेवक के तौर पर आया हूं।
नरेंद्र मोदी ने बतौर बनारस सांसद जयापुर गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना के लिए चुना है। शुक्रवार को जयापुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि मैंने यह गांव क्यों चुना।
पीएम ने जयापुर गांव में कहा कि इस गांव से जुड़ना मेरा सौभाग्य है। मैं जयापुर गांव को गोद नहीं ले रहा, जयापुर गांव सांसद को गोद ले रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, मैं अफसरों के बीच बैठकर नहीं सीख सकता, गांव वालों से मिलना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि गांव के लोगों के अनुभव का तजुर्बा और समस्याओं के बीच रास्ते खोजने का तरीका जनप्रतिनिधियों के लिए भी सीखने की बात है।
पीएम मोदी ने कहा, हम ये सोचकर बैठ गए कि एक बार आजादी मिल जाएगी, तो सब कुछ अपने आप हो जाएगा, 60 साल तक हमने जो रास्ते अपनाए, उनमें कुछ न कुछ कमी रही है। पीएम मोदी ने कहा, सांसद आदर्श ग्राम योजना में पैसे है ही नहीं, क्योंकि अगर पैसे होंगे, तो कोई खाने वाला भी आ जाएगा।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने बुनकरों का जिक्र करते हुए कहा कि कृषि के बाद टेक्सटाइल से सबसे ज्यादा रोजगार मिलता है, टेक्सटाइल उद्योग का माहौल परिवार जैसा होता है। पीएम ने बुनकरों की स्थिति में सुधार का आह्वान करते हुए कहा कि समय के साथ चलते रहना विस्तार के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि आधुनिकीकरण के साथ ताल मिलाना समय की मांग है।
प्रधानमंत्री मोदी का दौरा 24 घंटे से कुछ ज्यादा का हो सकता है। इस दौरे ने शहर के लोगों में बेहतर भविष्य की उम्मीदें बढ़ा दी हैं, जिन्हें आधारभूत संरचना और बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने जब से वाराणसी लोकसभा सीट बरकरार रखने का फैसला किया है, तब से दुनिया के प्राचीनतम शहरों में से एक वाराणसी लगातार चर्चा में है। मोदी को यहां 3.7 लाख वोटों के बड़े अंतर से जीत मिली थी। मोदी ने अपने गृहराज्य गुजरात की वडोदरा सीट छोड़ी थी, जहां उन्हें इससे भी बड़े अंतर (5.7 लाख वोट) से जीत मिली थी।