आज चारों दरिंदों
की सजा पर साकेत के फास्ट ट्रैक कोर्ट में करीब ढाई घंटे तक चली बहस के बाद कोर्ट ने फैसला शुक्रवार तक के लिए सुरक्षित रख लिया। अब दरिंदों को फांसी होगी या फिर उम्रकैद इसका फैसला अब शुक्रवार को होगा।
कोर्ट ने मंगलवार को चारों आरोपियों विनय शर्मा, पवन कुमार उर्फ कालू, अक्षय कुमार सिंह और मुकेश को गैंगरेप और हत्या समेत सभी 13 धाराओं के तहत दोषी करार दिया था। इसके बाद बचाव पक्ष के वकील ने इस मामले में दोषी करार दिए गए चार आरोपियों में से एक 19 साल के पवन की कम उम्र को देखते हुए उसे कम सजा देने की मांग की। वकील ने दलील दी कि पवन उस दिन बस में मौजूद जरूर थाए लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह अपराध में थी शामिल था।
आज कोर्ट ले जाए जाते वक्त चारों दोषियों ने मीडियाकर्मियों की भारी भीड़ को देखकर चिल्लाते हुए कहा, हम बेकसूर हैं। इसके साथ ही अभियोजन पक्ष का कहना है कि यह अपराध रेयरेस्ट ऑफ रेयर की श्रेणी में आता है, इसलिए सभी दोषियों के लिए फांसी की सजा की मांग की जाएगी।
उधर, गैंगरेप पीड़ित के परिवार ने दोषियों के लिए फांसी की सजा की मांग की है। क्योंकि दोषियों को अपने किए का कोई पछतावा नहीं है। हालांकि आरोपियों के वकील कह चुके हैं कि वे फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट जाएंगे। दोषियों के लिए फांसी की मांग राजनीतिक जमात और कई जानी-मानी हस्तियों की ओर से भी आई है।
गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने भी परोक्ष रूप से ऐसी उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा है कि गैंगरेप पर कड़े कानून बनाए गए हैं और भविष्य में भी दोषियों को फांसी की सजा दी जाएगी। लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने भी दोषियों को फांसी देने की मांग की है।