नई दिल्ली : इनकम टैक्स (INCOME TAX ) विभाग उन लोगों के खिलाफ बड़ा कदम उठाने की सोच रहा है जिन्होंने PROPERTY में निवेश तो किया है लेकिन अब तक INCOME TAX रिटर्न दाखिल नहीं किया। टैक्स अधिकारियों को शक है कि यह बेनामी संपत्ति का मामला हो सकता है।
आपको बता दें कि एक INCOME TAX अधिकारी के अनुसार उन्हें ऐसे लोगों का आंकड़ा पता चला है, जिन्होंने प्रॉपर्टी में तो निवेश किया, लेकिन कभी भी रिटर्न फाइल नहीं किया। इन प्रॉपर्टीज को खरीदने में इस्तेमाल की गई रकम के स्रोत का पता लगाने के लिए डाटा खंगाला जाएगा और यह देखा जाएगा कि जिन लोगों के पास ये प्रॉपर्टीज हैं, वे इनके असल मालिक हैं या नहीं।
अधिकारी ने कहा कि एनफोर्समेंट का ऐक्शन उन्हीं मामलों में लिया जाएगा, जिनमें ठोस सबूत होंगे। दूसरे मामलों में टैक्स अधिकारी संबंधित व्यक्ति को परेशान किए बिना जांच करेंगे। कुछ मामलों में खरीदी गई प्रॉपर्टीज घोषित इनकम से कहीं ज्यादा हैं, तो कुछ अन्य में INCOME TAX रिटर्न ही फाइल नहीं किया गया है। टैक्स चोरों को पकड़ने के लिए अधिकारी डाटा ऐनालिटिक्स का सहारा ले रहे हैं और वे अब इन्हें दबोचने के लिए कई स्रोतों से मिले आंकड़ों का अच्छी तरह इस्तेमाल करने लगे हैं।
बता दें कि ऑपरेशन क्लीन मनी के दूसरे चरण में 5.5 लाख से ज्यादा ऐसे लोगों की पहचान की जा चुकी है जिन्होंने अपनी घोषित आमदनी से कहीं ज्यादा कैश डिपॉजिट किया है। नोटबंदी के बाद कई लोगों के प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त करने की रिपोर्ट्स भी अधिकारियों के पास हैं। पिछले साल 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद INCOME TAX विभाग ने ऑपरेशन क्लीन मनी शुरू किया था। उसने बड़ी मात्रा में कैश डिपॉजिट के ई-वेरिफिकेशन के लिए 10 लाख लोगों को चिन्हित किया है।