अपने साथीयों के मारे जाने के प्रतिशोध में माओवादियो द्वारा दो दिवसीय बंद के दौरान माओवादियो ने पुलिस प्रसासन के सारे दावों को धत्ता बताते हुए बिहार के कई स्थानों पर सरकारी संम्पती को नुकसान पहंचाया। जहां वैशाली पुलिस को धत्ता बताते हुए जिला मुख्यालय हाजीपुर में रेलवे ट्रैक उड़ाया वही मुज़फ्फरपुर के सरैया और औरंगाबाद में दो ट्रको को आग के हवाले कर दिया।
रेलवे टैक उड़ाने से अवध असम,साबरमती ,आम्रपाली,लिच्छवी ,मौर्य ,बिहार सप्तक्रिन्त सहीत कई रेलो का परीचालन घंटो तक बंद रही। रेलवे ट्रैक उड़ाने से बरौनी लखनउ डाउन गाड़ी बाल बाल बची गाड़ी के चालक को ही पटरी उड़ाने का अनुभव हुआ जब गाड़ी पटरी से जा रही थी तो कम्पन हुआ जिसपर तुरन्त चालक ने उतर कर जांच की तो पटरी उड़ी पाई और तब स्थानिय जिला और रेल पुलिस के अधिकारियों को इसकी सूचना दी घटना कि सूचना मिलते ही पुलिस व पदाधिकारी वहा पहूँच घटना स्थल से विस्फोटक में प्रयोग किया गया तार व अन्य सामान बरामद किया साथ ही पोस्टर भी बरामद किया जिसपर बिहार ,झारखण्ड ,उत्तरी छतीसगढ एरीया कमिटी का नाम दर्ज था।
विगत 27 मार्च को चतरा जिला के लकरमंडा गांव मे अपने साथियो के मारे जाने के प्रतिशोध कि कार्यवाई बताते हुए शहीद साथियो के खून को बेकार नहीं जाने देंगे लिखा था। वहीं मुज़फ्फरपुर के सरैया के रेवा पुल के पास माओवादियो ने सिमून्ट से लदे एक ट्रक के चालक को उतार आग के हवाले कर माओवादी जिन्दाबाद के नारे लगाये घटना कि सूचना पर सरैया पुलिस घटना स्थल पर पहुंच जिन्दा कारतूस व खोखा बरामद कर चालक के बयान पर अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रथमिकी दर्ज किया गया फिर दाउदनगर -गया पथ पर गोह थाना क्षेत्र के नगाइन गांव के पुलिया के पास पत्थर लदे ट्रक को रोक चालक सह चालक को उतार गाड़ी को आग लगा दिया चालक के अनुसार माओवादियो कि संख्या 25 के लगभग थी ऐसे कुल मिलाकर सारे पुलिसिया तंत्र फेल थे और माओवादियो ने फिर एक बार अपने ताकत का एहसास करा दिया ।