नई दिल्ली: इंदौर-पटना एक्सप्रेस रेल हादसे में हैरान कर देने वाली रिपोर्ट सामने आई है। ट्रेन के ड्राइवर जलत शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक झांसी के बाद ही उन्हें खतरे के बारे में पता चला था। जिसके बारे में उन्होंने अफसरों को भी बताया। लेकिन उन्होंने ट्रेन को कानपुर तक ले जाने के लिए कहा।
– रात करीब 1 बजे ट्रेन ड्राइवर जलत शर्मा ने अफसरों को खतरे के संकेत दे दिए थे। झांसी से चलने के बाद दो स्टेशन पार होते ही उन्हें इंजन मीटर पर अधिक लोड दिखा।
– उन्होंने तुरंत साथी डीपी यादव को बताया। इसके बाद झांसी मंडल के अफसरों को जानकारी दी। लेकिन वहां से कहा गया कि ट्रेन को जैसे-तैसे कानपुर तक ले जाओ, फिर देखेंगे।
– झांसी डिविजन के इस ड्राइवर ने सेंट्रल स्टेशन पर चालक लॉबी में सौंपी रिपोर्ट में बताया कि तड़के 3:03 बजे ओएचई केबल (ओवरहेड इलेक्ट्रिक केबल) में तेज धमाके के बाद उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाए।
– जिस समय ट्रेन हादसे का शिकार हुई, उसकी स्पीड 110 किमी प्रति घंटा थी। ओएचई में धमाके से लाइन ट्रिप नहीं होती तो पूरी ट्रेन में आग लग सकती थी।
– गौरतलब है कि इंदौर से पटना जा रही ट्रेन के 14 कोच शनिवार देर रात पटरी से उतर गए। कई बोगियां पिचक गईं। कोच दूसरे कोच पर चढ़ गए। हादसे में 133 की मौत हो गई। 200 से ज्यादा जख्मी हैं