नई दिल्ली : भारत ने बुधवार दोपहर पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त को तलब कर मांग रखी कि उसके कब्जे में मौजूद भारतीय वायुसैनिक को तत्काल रिहा किया जाए। भारत ने पाक को उसके देश में चल रही आतंकी करतूतों का काला चिट्ठा भी सौंपा। यह डोजियर पाक के उस सवाल का जवाब है, जिसमें वह लगातार पुलवामा हमले में उसकी संलिप्तता के सबूत मांग रहा है।
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान द्वारा हिरासत में लिए गए भारतीय पायलट की तत्काल और सुरक्षित वापसी की मांग की। मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय कानून और जिनेवा संधि से उलट किसी घायल सैन्य कर्मी को गलत तरीके से दिखाए जाने पर पड़ोसी देश के समक्ष कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। पाकिस्तान की ओर से पायलट का एक वीडियो जारी किया गया था, जिसमें कहा गया है कि उसने भारतीय वायुसेना के पायलट को पकड़ा है।
सुषमा की चीन के विदेश मंत्री से मुलाकात में कहा, जैश को पाकिस्तान से मिली छूट से हुआ पुलवामा हमला
भारत ने कहा कि उसका एक पायलट पाक के कब्जे में है, हालांकि आधिकारिक तौर पर यह नहीं कहा गया कि वह पायलट कौन है। सरकार ने पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ की गई अकारण आक्रामकता और भारतीय वायुसीमा का उल्लंघन कर सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के प्रयासों पर भी कड़ी आपत्ति जताई। आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सबसे बड़े शिविर को भारतीय वायुसेना द्वारा तबाह किए जाने के एक दिन बाद पाक ने यह हिमाकत की थी।
डोजियर देकर कार्रवाई को कहा : विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तानी पक्ष को पुलवामा हमले में जैश ए मोहम्मद की संलिप्तता और पाक में जैश ए मोहम्मद के आतंकी शिविरों और इसके नेतृत्व की मौजूदगी के संबंध में एक डोजियर दिया गया। इसने कहा कि इस बात पर अफसोस जताया गया कि पाकिस्तान का राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व अपने नियंत्रण में आतंकी ढांचे की मौजूदगी से लगातार इनकार करता रहा है।
पाकिस्तान की हिरासत में भारतीय पायलट का मामला जिनेवा संधि के तहत आएगा
भारत की ओर से पाक से यह कहा गया कि भारत उम्मीद करता है कि पाकिस्तान अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों से आतंकवाद को मिटाने के लिए तत्काल और प्रामाणिक कार्रवाई करे। डोजियर में कहा गया है कि पाकिस्तान सरकार और सेना उसके देश में आतंकी संगठनों और उनके शिविरों के संचालन से साफ इनकार करती रही है।