नई दिल्ली : भारत 2030 तक दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। प्राइस वाटरहाउस कूपर्स (पीडब्ल्यूसी) की ताजा रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
लंदन मुख्यालय वाली इस लेखाकार फर्म ने कहा है कि युवा कार्यबल के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था की तीव्र वृद्धि इसे 2013 में 10वें स्थान से उठाकर 2030 तक दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बना देगी। ब्रिटेन वापस छठे स्थान पर आ जाएगा।
पीडब्ल्यूसी ने ताजा आर्थिक परिदृश्य में कहा है, आने वाले कई सालों में दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्थाएं ब्रिटेन से आगे निकल जायेंगी लेकिन 2030 से पहले केवल भारतीय अर्थव्यवस्था ही है जो इसे पीछे छोड़ देगी. यह फर्म का ताजा अनुमान है।
पीडब्ल्यूसी के अनुसार, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन वर्ष 2030 तक अमेरिकी अर्थव्यवस्था के नजदीक आ सकती है जबकि मैक्सिको 2030 तक कनाडा और इटली से उपर दुनिया की 10वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। चीन करीब एक दशक तक जापान से ऊपर दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहा। कुछ खास तरह की गणना के तहत ब्राजील ने 2012 में ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया. रूस और भारत इससे कुछ थोड़ा ही पीछे थे।