भारत के फुटबाल प्रशंसकों पर इंडियन सुपर लीग के जादू के बीच भारत की नजरें अब फीफा क्लब वर्ल्ड कप पर भी टिकी हैं। फीफा महासचिव जिरोम वाल्के ने एक समारोह में कहा, ‘हम दिसंबर में मोरक्को में होने वाली फीफा कार्य समिति की बैठक में 2015-16, 2017-18 क्लब वर्ल्ड कप पर फैसला करेंगे।
भारत को तीन साल से भी कम समय में अंडर-17 वर्ल्ड कप की मेजबानी करनी है। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने प्रतिष्ठित अंडर-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी की बोली लगाने के लिए कमर कस ली है।
एआईएफएफ अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा, ‘हम अंडर-20 वर्ल्ड कप के लिए दावेदारी पेश करेंगे। शुरुआती कदम उठाए गए हैं। इसके अलावा हम 2017-18 क्लब वर्ल्ड कप के लिए भी दावा करेंगे। इस बीच फीफा महासचिव ने 2017 में होने वाले अंडर-17 वर्ल्ड कप से पहले भारत की प्रगति पर संतुष्टि जताई।
हालांकि फीफा ने भारत के फुटबॉल जगत को सतर्क किया कि अंडर-17 वर्ल्ड कप का सफल आयोजन ही उसके लिए अंडर-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी सुनिश्चित करेगा। फीफा महासचिव का कगना है कि अगर भारत अंडर-17 फुटबॉल वर्ल्ड कप में सफल रहता है तभी वह अंडर-20 वर्ल्ड कप के लिए दावा कर सकता है। काफी कुछ अंडर-17 फुटबॉल टीम के स्तर पर निर्भर करेगा।
इसी के साथ वाल्के ने कहा, फीफा की बोली प्रक्रिया खुली प्रणाली है। भारत ने अंडर-17 वर्ल्ड कप की मेजबानी जीती क्योंकि यह सर्वश्रेष्ठ परियोजना थी। भारत को क्लब वर्ल्ड कप और अंडर-20 वर्ल्ड कप के लिए भी मजबूत बोली की जरूरत है।
वाल्के ने कहा, ‘मैं संगठनिक प्रगति को लेकर अधिक चिंतित नहीं हूं। अंडर-17 वर्ल्ड कप व्यावसायिक साझेदारों के लिए फायदेमंद साबित होगा।