नई दिल्ली : भारत IMD बिजनेस स्कूल ऑफ स्विट्जरलैंड की वार्षिक वैश्विक प्रतिभा रैंकिंग में दो पायदान फिसलकर 53वें स्थान पर आ गया है। इस सूची में स्विट्जरलैंड शीर्ष पर है। एशिया में सिंगापुर सूची में सबसे ऊपर है। वैश्विक सूची में वह 13वें स्थान पर है। इस सूची में प्रतिभाओं के विकास, उन्हें आकर्षित करने और अपने साथ जोड़े रखने के आधार पर 63 देशों को रैंकिंग दी गई है।
चीन इस सूची में निचले 39वें स्थान पर है। कुशल विदेशी श्रमिकों को आकर्षित करने में आने वाली मुश्किलों तथा शिक्षा में सार्वजनिक खर्च अन्य विकसित अर्थव्यवस्थाओं के औसत की तुलना में कम रहने की वजह से चीन सूची में निचले स्थान पर है।
जहां तक भारत की बात है वह इस सूची में 2017 के 51वें स्थान से फिसलकर 53वें स्थान पर आ गया है। भारत का प्रदर्शन प्रतिभा पूल की गुणवत्ता के मामले में औसत से बेहतर है। इसमें भारत 30वें स्थान पर है।
वहीं दूसरी ओर अपनी शैक्षणिक प्रणाली की गुणवत्ता तथा सार्वजनिक शिक्षा के क्षेत्र में निवेश की कमी के चलते निवेश और विकास के मामले में भारत 63वें स्थान पर है। यह सूची तीन कारकों पर आधारित है- निवेश एवं विकास, अपील और तैयारी।
स्विट्जरलैंड लगातार 5वें साल सूची में शीर्ष पर रहा है। डेनमार्क दूसरे, नॉर्वे तीसरे, आस्ट्रिया चौथे और नीदरलैंड 5वें स्थान पर है। इसके बाद कनाडा छठे स्थान पर है। शीर्ष दस में कनाडा एकमात्र गैर यूरोपीय देश है।
फिनलैंड 7वें, स्वीडन 8वें, लग्जमबर्ग 9वें तथा जर्मनी 10वें स्थान पर है। निचले स्थान वाले देशों में स्लोवाक गणराज्य 59वें, कोलंबिया 60वें, मेक्सिको 61वें, मंगोलिया 62वें और वेनेजुएला 63वें स्थान पर है। ब्रिक्स देशों में ब्राजील 58वें, दक्षिण अफ्रीका 50वें और रूस 46वें स्थान पर है।