नई दिल्ली: व्यापम घोटाले की रिपोर्टिंग करने मध्य प्रदेश गए टीवी विशेष संवाददाता की संदिग्ध मौत। जान गंवाने वाले आजतक के विशेष संवाददाता अक्षय सिंह का मौत के बाद रविवार को दिल्ली के निगमबोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
आपको बता दें कि शनिवार को झाबुआ के पास मेघनगर में अक्षय सिंह की संदिग्ध मौत हुई थी। अक्षय सिंह की मौत के बाद एक बार फिर व्यापम घोटाले से जुड़े लोगों की मौतों के बढ़ते आंकड़े को लेकर बहस छिड़ गई है। व्यापम घोटाले पर विपक्ष के गंभीर आरोप झेल रहे राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अक्षय सिंह की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए मामले की SIT जांच कराने का आश्वासन दिया है।
उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच में राज्य सरकार कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। मैं आहत हूं। मध्य प्रदेश आकर रिपोर्टिंग करने वाले आजतक के पत्रकार की अचानक तबीयत बिगड़ गई, उनके साथ इंदौर के पत्रकार और कैमरामैन भी थे। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन बचाया नहीं जा सका। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
पोस्टमार्टम के बाद मध्य प्रदेश से अक्षय का शव दिल्ली लाया जा रहा है। शव दिल्ली पहुंचने के बाद दोपहर दो बजे निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार होगा। अक्षय पिछले चार दिनों से मध्य प्रदेश की अलग-अलग जगहों पर जाकर व्यापम घोटाला कवर कर रहे थे। तीन लोगों की टीम इस घोटाले पर स्पेशल रिपोर्ट तैयार करने मेघनगर गई थी।
दरअसल, अक्षय शनिवार को नम्रता डामोर के परिजनों का इंटरव्यू लेने मेघनगर गए। साल 2012 में नम्रता डामोर का नाम व्यापम घोटाले में आने के बाद उज्जैन में रेल पटरियों के पास उनका शव संदिग्ध परिस्थिरतियों में बरामद किया गया। नम्रता के पिता मेहताब सिंह डामोर ने कहा, ‘आज दोपहर घर पर एक रिपोर्टर सहित चैनल के तीन लोग आए थे। बातचीत होने के बाद संबंधित कागजात की फोटोकॉपी कराने हमारा एक परिचित बाजार गया। उन्होंने कहा, ‘रिपोर्टर सहित चैनल के लोग जब उनके घर के बाहर फोटोकॉपी का इंतजार कर रहे थे, तभी अक्षय के मुंह से अचानक झाग निकलने लगा और उन्हें तत्काल सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें एक निजी अस्पताल भेज दिया गया। हालांकि उस निजी अस्पताल से अक्षय को मध्य प्रदेश की सीमा से लगे गुजरात के दाहोद भी ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
मौत पर राजनीति : कांग्रेस और AAP ने लगाए आरोप, स्वतंत्र जांच की मांग
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने पत्रकार अक्षय सिंह की मौत पर संवेदना प्रकट की। साथ ही उन्होंने कहा कि संवाददाता की मौत संदिग्ध है। दिग्विजय ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘शनिवार सुबह 8 बजे अक्षय जब इंदौर से झाबुआ रवाना हुए थे तब वो स्वस्थ थे। फिर अचानक दो मिनट के अंदर उनके मुंह से झाग कैसे निकलने लगे? ट्विटर पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्होंने इस सिलसिले में अक्षय को आगाह भी किया था।
वहीं, आप नेता संजय सिंह ने भी ट्वीट करके मुख्यमंत्री शिवराज चौहान पर निशाना साधा। उन्होंने शिवराज की तुलना यमराज से करते हुए लिखा- ‘शिवराज या यमराज:व्यापम घोटाले में CM से लेकर राज्यपाल तक संदेह के घेरे में हैं।
आपको बता दें कि व्यापम घोटाले में अब तक आधिकारिक रूप से 25 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है। ये सभी मौतें संदिग्ध परिस्थितियों में ही हुई हैं. पिछले महीने भी दो दिन के अंतराल में लोगों की मौत हुई थी, जिनमें से एक आरोपी जेल में बंद था। वहीं, इस मामले में कांग्रेस समेत दूसरी पार्टियों का दावा है कि मौत का आंकड़ा 40 से भी ज्यादा है।