प्रतिनिधि सभा के विदेशी मामलों की समिति के रिपब्लिकन अध्यक्ष एड रोयेस और सदन के सदस्य जार्ज होल्डिंग ने गत सप्ताह सदन के अध्यक्ष जॉन बोएनर को इस संबंध में पत्र लिखा था। पत्र के मुताबिक, ‘जैसा कि आप जानते हैं, भारत अमेरिका का महत्वपूर्ण साझीदार है। हर स्तर पर चाहे राजनीतिक, आर्थिक या सुरक्षा संबंध हो अमेरिका का दक्षिण एशिया में इतना महत्वपूर्ण साझीदार कोई नहीं है।
पत्र लिखे जाने के बाद यूएस इंडिया पॉलिटिकल एक्शन कमिटि (यूएसआईएनपीएसी) ने मोदी को कांग्रेस के संयुक्त सत्र के संबोधन के लिए निमंत्रित करने के लिए अधिक से अधिक सांसदों का समर्थन जुटाने के उद्देश्य से अभियान शुरू किया है। यूएसआईएनपीएसी के अध्यक्ष संजय पुरी ने रोयेस के कदम पर आभार जताते हुए कहा कि भारत के तीन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह को यह सम्मान प्राप्त हुआ है।
यूएसआईएनपीएसी कार्यकर्ता और उत्तरी कैरोलिना, इंडियाना और न्यूयार्क के नेता अपने-अपने राज्यों के कांग्रेस के सदस्यों से मिल कर मोदी के लिए समर्थन मांग रहे हैं। गैर लाभकारी नीति और अधिकारों के लिए लड़ने वाली संस्था ब्रिजिंग नेशंस फाउंडेशन के संस्थापक भारतवंशी उद्यमी प्रकाश अंबेगांवकर ने भी इसी तरह का कदम उठाया है।
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कांग्रेस में यह सम्मान देकर अमेरिका भारतीय जनता और विश्व के सामने भारत-अमेरिका संबंध को नए सिरे से मजबूती देने के अपने प्रयास को प्रदर्शित करेगा। इस संस्था ने भारतवंशियों से अपील की है कि वे अपने कांग्रेसी सदस्य को फोन कर उनसे मोदी को आमंत्रण के समर्थन में बोएनर को पत्र लिखने का निवेदन करें. हालांकि, अध्यक्ष के कार्यालय से दो सासंदों के पत्र का कोई जवाब नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि मोदी को संयुक्त सत्र संबोधित करने का मौका मिल सकता है।