नई दिल्ली : उरी आतंकी हमले के दो दिन बाद ही भारत द्वारा पाक को हमले का जवाब देने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक का दावा करने वाली अंग्रेजी वेबसाइट एक नया खुलासा किया है। वेबसाइट का दावा है कि इस ऑपरेशन के दौरान इंडियन आर्मी के पैरा कमांडो पाक के कब्जे वाले कश्मीर से 20 आतंकियों को पकड़कर लाए थे। सर्जिकल स्ट्राइक की सबसे तगड़ी कार्रवाई लीपा वैली में हुई थी। ये सभी आतंकी सुरक्षाबलों की हिरासत में हैं। जान बख्शने के बदले इन आतंकियों ने सुरक्षाबलों ने सीमापार आतंकियों के ठिकानों की सही-सही जानकारी मुहैया करवायी थी। उसी के आधार पर दूसरे फेज़ का सर्जिकल हमला हुआ। जिसकी जानकारी डीजीएमओ ने प्रेस कॉंफ्रेंस में दी थी। हालांकि, इस दावे की भी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
अंग्रेजी वेबसाइट के अनुसार सर्जिकल स्ट्राइक दो फेज में हुए। पहली कार्रवाई 20 सितंबर और दूसरी 28 सितंबर की रात की गई। 20 आतंकियों को पकड़कर इसलिए भारत लाया गया ताकि पीओके में मौजूद आतंकी कैम्प्स के बारे में उनसे खुफिया जानकारी मिल सके।
इसी वेबसाइट ने पहले यह दावा किया था कि उरी आतंकी हमले के दो दिन बाद यानी 20 सितंबर को भारत ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक किया था। तीन आतंकी कैम्प में मौजूद 50 आतंकी मारे गए थे। 200 घायल हुए थे।
हमारे सूत्रों के मुताबिक सेना ने किसी भी एक या दो फेज के सर्जिकल स्ट्राइक से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि जितनी जानकारी सेना ने दी वो पूरी तरह सत्य है।