नई दिल्ली : इस बार भारत ने पठानकोट और उरी हमले का बदला ले लिया है. भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में तीन किलोमीटर अंदर जाकर पांच से सात ठिकानों पर चार घंटे की सीमित सैन्य कार्रवाई करके कम से कम 30 आतंकवादियों को मार गिराया.
भारत ने सर्जिकल हमले की जानकारी 22 देशों के राजदूतों को दी है. खबरों के मुताबिक इस हमले में 38-40 आतंकी मारे गए हैं. भारत ने 22 देशों के राजदूतों को इसकी जानकारी दी.
भारत ने आतंकी हमले में जवानों की शहादत का बदला पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को ढेर कर के लिया है. DGMO और विदेश मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह खुलासा किया गया कि भारतीय फौज ने बुधवार देर रात नियंत्रण रेखा को पार करते हुए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक किया.
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने बताया, ‘कल बहुत ही विश्वस्त और पक्की जानकारी मिली कि कुछ आतंकी एलओसी के साथ लॉन्चपैंड्स पर इकट्ठे हुए हैं. उनका मकसद भारत में घुसपैठ करके आतंकी हमले करना था. भारत ने उन लॉन्चपैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक किया. इसका आतंकियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करना था.
इन हमलों के दौरान आतंकियों और उनके समर्थकों को भारी नुकसान हुआ है. कई को मार गिराया गया. मैंने पाकिस्तान डीजीएमओ से संपर्क करके उनको अपनी चिंताएं बताईं और मामले की जानकारी दी. ये हम बिलकुल गवारा नहीं करेंगे कि आतंकी हमारे देश पर किसी तरह का हमला कर सकें.’
डीजीएमओ ने यह बताया कि इस साल पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की 20 कोशिशें नाकाम की गई हैं. उरी और पूंछ में हुए आतंकी हमलों में पाकिस्तानी हाथ होने के कई सबूत हैं. इन हमलों में मारे गए आतंकवादियों के पास से कई ऐसे सामान मिले हैं जिनके पाकिस्तान का चिह्न बना हुआ है. इतना ही नहीं भारत ने कई बार पाकिस्तान को सबूत सौंपे हैं लेकिन कोई असर नहीं हुआ है.