सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा- “हम स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और भारत में कोविड-19 वैक्सीन के ट्रायल को एस्ट्रेजेनिका की तरफ से दोबारा शुरू करने तक रोक रहे हैं। हम ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) के निर्देशों का पालन कर रहे हैं और इस मामले में ट्रायल को लेकर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।”
इससे पहले, बुधवार को डीजीसीआई ने एस्ट्रेजेनिका की तरफ से अन्य देशों में क्लिनिकल ट्रायल पर रोक लगाने के बारे में नहीं बताने और इस वैक्सीन के दुष्प्रभाव के बारे में रिपोर्ट नहीं देने पर सीरम इंस्टीट्यूट को नोटिस जारी किया था। सीरम से इस बारे में फौरन जवाब मांगते हुए कहा गया था, “यह समझा जाएगा कि आपके पास स्पष्टीकरण के लिए कुछ नहीं है और उसके बाद आपके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगा।”
बुधवार को नोटिस मिलने के बाद सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा, “हम डीसीजीआई के निर्देशों का पालन कर रहे हैं और अभी तक ट्रायल को रोकने को नहीं कहा गया है। अगर डीसीजीआई को सुरक्षा को लेकर चिंताएं हैं तो हम उनकी निर्देशों को मानेंगे और उनके स्टैंडर्ड प्रोटॉकॉल्स का पालन किया जाएगा।”
ब्रिटेन की दवा निर्माता कंपनी ने ट्रायल के दौरान मरीजों में से एक को हुई बीमारी को देखते हुए वैक्सीन के ट्रायल पर 8 सितंबर को रोक लगा दी थी। भारत में दूसर चरण के 26 अगस्त से शुरू हुए परीक्षण में 100 लोगों में से पुणे के भारतीय विद्यापीठ मेडिकल कॉलेज के 34 लोगों को यह वैक्सीन दी गई थी। इनमें से किसी को भी स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या पैदा नहीं हुई।