नई दिल्ली : पाक के भारत पर आतंकी हमलो के जवाब में भारत द्वारा की गई ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ भले ही थम गयी हो, लेकिन टीवी चैनलों पर दहाड़ते पत्रकार रुकने का नाम नहीं ले रहे। आखिरकार इन ‘शेरों’ को सवा सेर मिल ही गया।
पाकिस्तान द्वारा हमारे जवानों पर हमला होने के बाद से ही भारतीय न्यूज़ चैनलों ने पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया था। स्टूडियो में बैठ कर न्यूज़ एंकर तरह-तरह के स्ट्रेटेजिक प्लान बताते दिख रहे थे। ऐसा लग रहा था जैसे पिछले जन्म में ये रॉ या आईबी के ख़ुफ़िया सदस्य रह चुके हैं।
चैनलों की दौड़ में टीआरपी के लिए न्यूज़ की रिपोर्टिंग करते-करते कुछ पत्रकार इतने भावुक हो गए कि बॉर्डर पर पहुँच कर वहाँ से बॉर्डर के हालात बताने लगे। अति-उत्साहित रिपोर्टरों को उस समय तगड़ा झटका लगा, जब जवानों ने उन्हें बंदी बना लिया।
इन लोगों को शुरुआत में तो अचरज हुआ, लेकिन TRP के लालच भावनाओं में ये इतने बह चुके थे, कि फिर भी रिपोर्टिंग जारी रखा गया।
जवानों के द्वारा घेरने के बाद इन्होंने रिपोर्टिंग की – “देखिये हम सब अभी बॉर्डर पर खड़े हैं, और जैसा कि आप देख सकते हैं, जवानों ने हमें बंदी बना लिया है! इससे आप अन्दाज़ा लगा सकते हैं कि बॉर्डर पर किस तरह की सुरक्षा व्यवस्था है ! अब हमें लगता है कि जब तक इन्हें आईडी कार्ड न दिखाये जायेंगे, ये हमें छोड़ेंगे नहीं”!
लेकिन उनकी उम्मीद को तगड़ा झटका तब लगा जब एक सैनिक ने बताया कि, अबे मूर्ख ये हिंदुस्तान नहीं, पाकिस्तान है। बताया जा रहा है कि, अब उन खबरनवीसों को पाकिस्तान में ही रहना पड़ेगा। इस घटना के बाद कई न्यूज़ देखने वालों ने राहत की सांस ली है। वैसे सूत्र बताते हैं कि एक और सर्जिकल स्ट्राइक कर के इन रिपोर्टरों को छुड़ाने का प्लान भारतीय सेना तैयार कर रही है।