उत्तर प्रदेश : दिल्ली में हुए निर्भया कांड पर बीबीसी की डॉक्युमेंट्री ‘डॉटर इंडिया’ के प्रसारण पर सरकार द्वारा रोक लगाए जाने के बाद भी आगरा में एक एनजीओ छांव फाउंडेशन ने महिला दिवस पर कल इसका प्रसारण किया। इस पर रोक लगाने को भारत की सरकार ताकत झोंके हुए है, लेकिन इस एनजीओ ने सरकारी प्रतिबन्ध की परवाह न करते हुए इसके प्रसारण को अंजाम दिया।
आगरा में फिल्म का सार्वजनिक प्रसारण किये जाने के मामले की जांच की कसरत शुरू हो गई है। पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। दूसरे को थाने पर लाने की कोशिश की जा रही है। बीबीसी ने दिल्ली के निर्भया कांड के दोषियों के साक्षात्कार पर तैयार डॉक्ïयूमेंट्री इंडियाज डॉटर पर देश भर माहौल गरमाया हुआ है। केंद्र सरकार इसके भारत में प्रसारण पर रोक लगा चुकी है, तमाम कोशिशों के बाद सरकार ने यूट्यूब पर डाली गई यह डॉक्युमेंट्री भी हटवा ली थी।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर छांव फाउंडेशन के केतन दीक्षित कुछ साथियों के साथ एत्मापदपुर तहसील में आवंलखेडा के गांव रूपधनु पहुंचे। वहां ग्रामीणों से कहा गया कि वह अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर वे एक डॉक्युमेंट्री दिखाना चाहते हैं, इसके बाद प्रोजेक्टर लगाकर इंडियाज डॉटर का प्रसारण शुरू कर दिया गया। यहां ग्रामीणों को जानकारी ही नहीं थी कि एनजीओ के सदस्य भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित डॉक्युमेंट्री का प्रसारण करने जा रहे हैं।
पता चलने पर गांव के कुछ युवाओं ने इसका विरोध भी दर्ज कराया, जिसके बाद फिल्म को पूरा होने से पहले ही रोक दिया गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। जिसके बाद आज पुलिस हरकत में आई।
पुलिस ने फिल्म प्रसारित कराने वाले एनजीओ सदस्य केतन दीक्षित को तलब कर लिया। केतन दीक्षित का कहना है उसने जानबूझकर फिल्म का प्रसारण किया है, वह दिल्ली कांड के विरोध के रूप में दिखा रहे हैं। साथ ही भारत में डॉक्युमेंट्री पर लगाई गई रोक का भी विरोध जता रहे हैं। इसी कारण प्रसारण कराया गया।