वैसे तो हर साल बाबा बर्फानी के दर्शन कड़ी सुरक्षा बंदोबस्त में होतें है, लेकिन इस बार क्या बाबा बर्फानी के भक्तों के लिए विशेष सुरक्षा बंदोबस्त की जरूरत है? अभी तक तो सूत्रों के हवाले से अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरे की खबरें आती ही रही हैं, लेकिन पहली बार गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर माना है कि इस बार बाबा बर्फानी का दर्शन खतरे से खाली नहीं है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में सासंद द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में लिखित बयान जारी कर कहा कि इस तरह की खुफिया जानकारी है कि आतंकवादी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की योजना बना चुके हैं। ये खुफिया जानकारी सुरक्षा एजेंसियों और राज्य सरकार से भी साझा की गई है।
जहां तक अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा का सवाल है, पैरामिलिट्री और जम्मू-कश्मीर की 112 कंपनियां अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा में तैनात हैं। सदन से साझा किया गया गृह मंत्रालय का ये बयान न सिर्फ सुरक्षा एजेंसियों के लिए सतर्क रहने का सबसे बड़ा अलर्ट है, बल्कि उन हजारों श्रद्धालुओं के लिए भी सावधान रहने का अलर्ट है जो या तो अमरनाथ यात्रा के लिए बेस कैंप बालटाल पहुंच चुके हैं, या बालटाल से यात्रा शुरू कर चुके हैं।
बालटाल के बेस कैंप में चलाए जा रहे एक सामुदायिक रसोई में गैस का सिलेंडर जोरदार धमाके के साथ फट गया। तड़के करीब 4 बजे हुए इस हादसे में सामुदायिक रसोई में काम कर रहे सेवादार के 4 रिश्तेदारों की मौत हो गई। इससे पहले भी पोनी वाला और सामुदायिक रसोई चलाने वालों के बीच मामूली बात पर हुई भिड़ंत भयानक बवाल में तब्दील हो गया था और यात्रा रोकनी पड़ी थी। अब जब यात्रा फिर से जारी है तो अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरे की खबर से फिर चिंता की रेखाएं घिरने लगी हैं।