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अनिद्रा(Insomnia): जानिए, रोग, कारण और उपचार

insomniaयदि हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए हम अपने अच्छे खान-पान पर, व्यायाम परए काम पर ध्यान देते है उसी तरह हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमरा अच्छे से पूरी नींद लेना भी बहुत जरुरी है। हमारा यह कहना गलत नहीं होगा कि

अच्छे भोजन का संबंध अच्छी नींद से है और अच्छी नींद का संबंध सुंदरता से। गहरी नींद आपको खूबसूरत बनाती हैं। आपको चाहिए ब्यूटी स्लिप तो इसे पाने के उपाय अपनाइए। नींद न आना एक बीमारी है। इससे प्रभावित व्यक्ति ठीक से सो नहीं पाता है। वह थोड़ी-सी आवाज या रोशनी से जग जाता है, जिसका उसकी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

हमारी अच्छी सेहत के लिए हमारी नींद का पूरा होना जरुरी है। कुछ लोग नींद न आने के कारण नींद की गोलियों का सेवन करते है, जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है। अच्छी नींद लेने से शारीरिक एवं मानसिक थकान दूर होती है। प्रत्येक व्यक्ति के लिए उसके अच्छे स्वास्थ्य के लिए कम से कम 7.8 घंटे सोना जरुरी होता है। अच्छी नींद आने के बाद व्यक्ति तरोताजा महसूस करता है, साथ ही उसे नई स्फूर्ति का एहसास होता है।

 नींद न आने के कारण

ऐसे कई कारण होते हैं जिससे हम अपनी पूरी नींद नहीं ले पाते है और इसी कारण सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ने लगता है। मानसिकतनावए अधिक क्रोध, चिंतन करना, अधिक उत्तेजना, कब्ज, धूम्रपान, चाय-कॉफी का अत्यधिक सेवन, आवश्यकता से कम या अधिक खाना या गरिष्ठ मसालेदार भोजन का सेवन करना।

कैसे करें अनिद्रा का उपचार 

 अनिद्रा से बचने के कई उपाए होते हैं जिनका ध्यान अगर हम सही से रखे तो इस जोग से निजात पा सकते है। अगर हम अपनी पूरी नींद नहीं ले पाते तो कही न कही इसमें हमारे भोजन की भी मुख्य भूमिका होती है । कई शोधों से यह पता चला है कि यदि हम संतुलित आहार का सेवन करते हैं तो अनिद्रा की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। भोजन में ज्यादा शक्करए मैदाएज्यादा तले गरिष्ठ भोजनए चर्बीयुक्त पदार्थए गर्म मसाला व ज्यादा मसालेदार भोजनएज्यादा चाय व कॉफीए चॉकलेटए ठंडे पेय पदार्थएअल्कोहल इत्यादि का सेवन न करें। अपने भोजन में अंकुरित अनाजए दहीए दूधए ताजे फलएताजी हरी पत्तेदार सब्जियांए सलाद इत्यादि को अवश्य शामिल करें।

अनिद्रा से बचने के लिए कुछ खास ध्यान रखने योग्य बाते: 

 आप नियमित व्यायाम की आदत डालेंए इससे नींद अच्छी आती है, लेकिन सोने से पहले व्यायाम नहीं करना चाहिए।
सोने के कमरे को शांत व अंधकारमय रखिए।
सोने व उठने की नियमित दिनचर्या बनाएं।
निद्रा में तीव्र मांसपेशीय शिथलीकरण उपचार ;शवासनद्ध लाभदायक है।
सोते समय सकारात्मक विचार मस्तिष्क को शांति देते हैं।
अगर नींद न आ रही हो तो बिस्तर पर न जाएं।
सोने के कमरे का प्रयोग सिर्फ निद्रा के लिए करें।
आप बिस्तर पर पड़े.पड़े नींद का इंतजार न करें। उठ जाएं व तभी लेटेंए जब नींद आ रही हो।
आप हर सुबह एक निश्चित समय पर उठें। रात को निश्चित समय पर सोएं।
लेट नाइट पार्टियों व टीवी का लोभ छोड़ें।
दिन में सोने से बचेंए ताकि रात में रात में अच्छे से नींद ले सकें।