खूबसूरत मुस्कान वाली दिलकश अदाकारा कंचन अवस्थी आज कल जी टीवी के सीरियल “अम्मा” में दिखाई दे रही हैं… आइये जानते हैं इनसे करियर और जिंदगी के बारे में|
1.नाटक पिया परदेसी की “जानकी” से लेकर आज जी टीवी पर प्रसारित हो रहे सीरियल “अम्मा” कि “सरला” तक सफ़र कैसा रहा?
(कंचन हंस्ते हुए कहती है) बहुत ही मजेदार… लेकिन इस बीच बहुत से पड़ाव भी आये .. फिल्म, टीवी शोज, कॉर्पोरेट फिल्म्स, एंकरिंग, मैं अभी भी मानती हूँ ये सिर्फ एक शुरुआत है.
2. आपका बैकग्राउंड म्यूजिक का रहा है फिर अचानक एक्टिंग में कैसे आना हुआ?
दरअसल ये सब अचानक नहीं हुआ, इस ट्रांसफॉर्मेशन में वक़्त लगा. ये सही बात है कि मेरी फैमली बैकग्राउंड म्यूजिक कि रही है और मैं खुद एक ट्रेंड सिंगर रही हूँ, अक्सर मेरी सिंगिंग परफॉरमेंस के बाद लोगों का कहना होता था कि आप एक्टिंग क्यों नहीं करती… मेरा हमेशा से मानना रहा है कि जो भी करो पूरी तैयारी से करो मैंने अपने शहर लखनऊ में ही एक थिएटर ग्रुप ज्वाइन कर लिया.. उनके साथ शोज किये और फिर मुंबई का रुख किया.
3. लोगों का ऐसा मानना है कि नॉन फिल्मी बैकग्राउंड के लोगो को मुंबई में आसानी से ब्रेक नहीं मिलता, आपका क्या कहना है इस बारे में?
जी ये बात सही है, कि नॉन फिल्मी बैकग्राउंड के लोगो को थोड़ा लम्बा स्ट्रगल करना पड़ता है और मैंने खुद भी किया है लेकिन देखा जाये तो पूरी इंडस्ट्री में 10% ही ऐसे लोग होंगे जो फ़िल्मी परिवार से आते हैं बाकी सभी तो नॉन फिल्मी बैकग्राउंड के ही हैं…आखिर में सिर्फ आपकी प्रतिभा काम आती है.
4. आप टीवी सीरियल अम्मा में सरला का किरदार निभा रही हैं… पहली बार आप एक पीरियड ड्रामा कर रही हैं ऐसे शो करते समय किन बातो का ख़याल रखना पड़ता है?
दरअसल मेरी आने वाली फिल्म, “चापेकर ब्रदर्स” ये एक पीरियड ड्रामा ही है. मैं अपनी बात कहूँ तो मैं बहुत एन्जॉय करती हूँ ऐसे किरदार को निभाना … हां आपको कुछ बातो का ध्यान रखना पड़ता है .. जैसे आपकी बॉडी लैंग्वेज, बोलने का लहजा और उस काल कि मनः स्थिति.
5. अब तक का आपका सबसे पसंदीदा किरदार कौन सा रहा है और क्यों ?
मेरा अब तक का फेवरेट कैरेक्टर रहा है “आरोही” का, ये शगुन टीवी पर टेलीकास्ट होने वाला शो “आती रहेंगी बहारे” का लीडिंग कैरेक्टर था. यह एक ऐसी लड़की कि कहानी थी जिसके अन्दर फैमली वेल्यू और संस्कार कूट-कूट के भरे थे लेकिन उसे जिंदगी एक ऐसे दोराहे पर लेकर आती है .. जहाँ उसे अपने प्यार और परिवार में से किसी एक को चुनना पड़ता है.. दरअसल मैं खुद भी आरोही की तरह ही सोचती हूँ. शायद इसलिए ये किरदार मेरे इतना करीब है.
6. आपकी नज़र में अभिनय क्या है?
मेरे खुद के लिए अभिनय अध्यात्म से जुड़ने का तरीका है…आप एक ही जिंदगी में अलग अलग जिंदगियों को जीते हैं, उनके सुख उनके दुःख को व्यक्त करते हैं..वो समाज के अलग अलग तबके के हो सकते है ..अलग अलग सोच के हो सकते हैं.. जब भी मैं किसी एक किरदार से बाहर निकलती हूँ तो बहुत कुछ उससे ले कर निकलती हूँ जो सारी जिंदगी मेरे साथ रहता है …मैं खुश किस्मत हूँ कि मैं एक एक्टर हूँ.
7. खाली समय में आप क्या करती हैं?
मैं खाली समय में गाने सुनती हूँ , बुक्स पढ़ती हूँ, पुरानी फिल्मे देखती हूँ और कोशिश करती हूँ कि खुद को अकेला रख सकू ..दरअसल ये अकेलापन मुझे रिचार्ज करता है.
8. ये अकेलापन कब तक रहने वाला है?
आपका मतलब शादी या बॉयफ्रेंड से है…तो अभी इसमें बहुत टाइम है.. पहले मुझे वो लक्ष्य हासिल करना है .. जो मैंने अपने लिए तय किये हैं.
9.किस किस्म के रोल करना पसंद करती हैं?
वो हर रोल जो जिंदगी से जुड़ा हो.. जो कोई बात कोई आइडियोलॉजी सामने लाता हो, फिर वो लीड करैक्टर हो या फिर सिर्फ करैक्टर इससे मुझे फर्क नहीं पड़ता.
10. अब तक कि ज़िन्दगी में किससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं ?
अपने पापा से … he was real hero …अगर वो मेरे पापा न भी होते तो भी मेरे हीरो होते .. आज मैं जो कुछ भी हूँ .. या हो सकती हूँ ये सब उनकी वजह से ही है.
11. अपने आने वाले प्रोजेक्ट के बारे में कुछ बताइये?
फ़िलहाल मेरी दो फिल्म रिलीज पर हैं… जिनमे मेरा अहम किरदार है. एक जिसके बारे में मैं आपको बता चुकी हूँ वो है चापेकर ब्रदर्स, और दूसरी प्रकाश झा प्रोडक्शन कि है फ्रौड सइयां. कुछ फिल्मो कि बात चल रही है. डिजिटल प्लेटफार्म पर भी कुछ शो एंकर किया है. आने वाले समय में आप मुझे टेलीविज़न में कुछ और अहम किरदार को निभाते हुए देखेंगे.