एंट्रेस कोर्स के स्कोर पर ही एडमिशन
आईपी यूनिवर्सिटी ने बीकोम ऑनर्स की जो एलिजिबिलिटी कंडिशन जारी की है, उनमें 12 वीं में एक लैंगवेज व चार इलेक्टिव सब्जेक्ट का एग्रीगेट कम से कम 50 प्रतिशत माक्र्स होने पर स्टूडेंस एंट्रेंस टेस्ट में बैठ सकता है। टेस्ट के बेस पर बनी मेरिट में उसका नाम होगा तो एडमिशन कंफर्म हो जाएगा। बीकोम ऑनर्स में एडमिशन के लिए कट ऑफ नहीं होगी। एंटेंªस टेस्ट के स्कोर पर एडमिशन मिलेगा। इसमें इंटरव्यू नहीं होगा।
इस कोर्स में होंगी करीब 1000 सीटें
वीसी का कहना है कि यूनिवर्सिटी से जुड़े सभी सेल्फ इंस्टिट्यूट से ऐप्लिकेशन मांगी गई है। ऐप्लिकेशन के आधार पर इंस्टिट्यूट का सिलेक्शन होगा। जहां पर बीकोम ऑनर्स को पढ़ाने के लिए फैकल्टी होगी, वहीं कोर्स दिया जाएगा। इस साल यूनिवर्सिटी करीब 1000 सीटें अलॉट करेगी। जो इंस्टिटयूटस की शर्तों को पूरा करेंगे उन्हीं को कोर्स ऑफर होगा। एक इंस्टिट्यूट को अधिकतम 60 सींटे मिलेंगे।
आईपी में बीकोम ऑनर्स तीन साल का
यह देखना दिलचस्प होगा कि स्टूडेंट्स आईपी के बीकोम ऑनर्स को कितना महत्व देते हैं। हालांकि इस बार डीयू में यह कोर्स चार साल का होने जा रहा है, वहीं आईपी में तीन साल का ही यह कोर्स होगा। फीस स्ट्रक्चर की बात करें तो यह कोर्स आईपी के सेल्फ फाइनैंसिंग इंस्टिट्यूट में चलेगा और इसकी फीस डीयू से अधिक होगी।
सिलेबस डीयू से अलग होगा
आईपी में यह कोर्स डीयू से अलग होगा। प्रोफेशनल कोर्स की तरह ही बीकोम ऑनर्स का सिलेबस होगा। फाईनैंशनल इंजीनिसरिंग का कांस्पेक्ट कोर्स का हिस्सा होगा। कोर्स में हयूमन रिसोर्स, फाइनेंशल मैनेजमैंट, इंटरनैशनल बिजनेस, प्रिंसिपल आॅफ मार्केटिंग एंड अकाउंटिंग प्रिसिपल के पेपर भी होंगे।