IPL के दिनों में लगभग निर्माताओं को फिल्म रिलीज करने में डर लगता है। सायद डनहें उन्हें अपने काम पर उतना भरोसा नहीं होता है कि वो IPL से टक्कर ले सकें। वह अपनी फिल्म को रिलीज करने के लिए ऐसे समय को चुनते है जब लोगों के पास ज्यादा से ज्यादा वक्त हो जिससे की लोगों को सिनेमा हॉल तक आने में कोई रूकावट न आए। IPL जब से शुरू हुआ है, फिल्म निर्माताओं में इसको लेकर उनके मन में डर घर कर जाता है। दो महीने तक चलने वाले इस क्रिकेट के रोमांच के बीच वे अपनी फिल्म प्रदर्शित करना पसंद नहीं करते। तीन-चार वर्ष पूर्व तो ये आलम था कि कोई नई फिल्म रिलीज नहीं हो रही थी और मन मारकर सिनेमाघर मालिकों को अपने थिएटर में फिल्म की बजाय क्रिकेट मैचों का सीधा प्रसारण दिखाना पड़ा था।
जिस समय IPL शुरू होता है उन दिनों में के स्कूलों की छुट्टियां रहती हैं। लोग मौज-मस्ती के मूड में रहते हैं, तो इंडस्ट्री को अपनी ऐसे फिल्मो को लेकर दर्शकों से ज्यादा उम्मीदे लग जाती हैं। अधिकतर लोग मनोरंजन के लिए सिनेमाघरों को रूख करते है। लेकिन IPL के कारण फिल्म निर्माता ऐसे मौके पर भी अपनी फिल्म रिलीज करने से घबराते हैं। यदि कुछ छोटी-मोटी फिल्में रिलीज भी होती हैं तो उन्हें देखने में दर्शको की कुछ खासा रूची नहीं होती है।
हालांकि इन फिल्म निर्माताओं को यह सोचना चाहिए कि यह जरूरी नही है कि हर घर में हर एक क्रिकेट प्रेमी हो। लोग क्रिकेट देखने वाले हो या फिल्म देखने वाले जिसके जहाँ अधिक मनोरंजन मिलेगा वो वहीं जाना अधिक पसंद करेगा। क्योंकि IPL लगभग 2 महीने तक चलता है और हर वक्त सभी लोग क्रिकेट नहीं देख सकते और हर मैंच हर एक नहीं देखता है।
हालांकि की इस बीच कुछ निर्माताओं को IPL से उतना फर्क नहीं पड़ता है। जिसमें से साजिद खान ने अपने काम और प्रोडक्ट पर भरोसा दिखाते हुए वर्ष 2010 में बड़े स्टार्स से सजी ‘हाउसफुल’ रिलीज की और उनकी इस फिल्म को सफलता भी मिली। 2012 में भी साजिद ने IPL के दौरान हाउसफुल 2 रिलीज की और उनकी इस फिल्म ने सौ करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की। इस वर्ष भी IPL शुरू होने के ठीक पहले साजिद ने ‘हिम्मतवाला’ रिलीज की, हालांकि उनकी ये फिल्मIPL शुरू होने के पहले ही पिट गई। लेकिन साजिद की हिम्मत को देखते हुए अन्य निर्माताओं को भी हिम्मत दिखानी चाहिए