कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के इंदौर की रैली में ISI के बारे में दिए गए बयान पर सफाई देने के लिए चुनाव आयोग से 7 दिन का समय माँगा है।
दरअसल, राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के इंदौर में एक रैली के दौरान कहा था कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई मुजफ्फरनगर में हुए दंगों के पीड़ित परिवारों के संपर्क में है और वह इन परिवारों के युवकों को बरगलाने की कोशिश में लगी है।
राहुल गांधी ने इंदौर की अपनी एक रैली में कहा था, बीजेपी समझती है कि जब तक उत्तर प्रदेश में हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा नहीं होगा, वह अच्छा नहीं कर सकेगी। इसलिए वह आग लगाती है और उसे बुझाना कांग्रेस को पड़ता है। बीजेपी का आरोप है कि राहुल गांधी ने ऐसा कहकर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
बीजेपी ने चुनाव आयोग से राहुल गांधी पर इन भाषणों से सांप्रदायिकता भड़काने की कोशिशों का आरोप लगाते हुए कई अलग अलग शिकायतें की थीं। इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीजेपी नेता सत्यपाल देव ने कहा है, राहुल गांधी को दो दिन से ज्याद समय नहीं देना चाहिए। हम लोग दोपहर तक चुनाव आयोग को पत्र लिखेंगे और जरूरत होगी तो मिलेंगे भी। गौरतलब है कि अपनी चुनावी रैलियों में राहुल गांधी ने मुजफ्फरनगर दंगों को मुद्दा बनाया था।
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को जवाब देने के लिए 4 नवंबर 2013 तक का समय दिया था। आयोग ने राहुल से कहा था कि वे इसका स्पष्टीकरण दें कि पहली नजर में चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं शुरू की जाए।