जम्मू-कश्मीर :सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर में अपने आतंकरोधी अभियानों में तेजी लाते हुए शुक्रवार को एक भीषण मुठभेड़ में लश्कर के दुर्दांत कमांडर आजाद अहमद दादा समेत छह आतंकियों को मार गिराया। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गाेला-बारुद भी मिला है।
दादा ने ही गत जून में नवीद जट्ट व एक अन्य आतंकियों के साथ मिलकर श्रीनगर के लालचौक में पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या की थी। पुलिस ने मुठभेड़ स्थल की सफाई होने तक आम लोगों को उससे दूर रहने की ताकीद की है। इस बीच,आतंकियों की मौत के बाद अनंतनाग, बीजबेहाड़ा, शाेपियां व कुलगाम में आतंकी समर्थक तत्वों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़पों में पांच लोग जख्मी हो गए। हालात को भांपते हुए प्रशासन ने तनावग्रस्त इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद करने के साथ ही सुरक्षा भी बढ़ा दी है।
अनंतनाग से मिली जानकारी के अनुसार, आतंकियों के एक दल बीजबेहाड़ा के पास शालगुंड, दच्छनीपोरा में अपने एक संपर्क सूत्र के बीच गुरुवार की रात को आया। इसका पता चलते ही सेना 3 आरआर, राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल और सीआरपीएफ के जवानों ने घेराबंदी शुरु कर दी। आज तड़के करीब पौने तीन बजे जैसे ही जवानों ने आतंकियों के ठिकाने की तरफ कदम बढ़ाया, मुठभेड़ शुरू हो गई। एसएसपी अनंतनाग अल्ताफ खान ने बताया कि आतंकियों को सरेंडर करने का हर मौका दिया गया। लेकिन उन्होंने गोलियों की बौछार जारी रखी। हमारे जवानों ने आतंकियों की गोलियों की बौछार के बीच ही आस-पास के मकानों से लोगों को सुरक्षित निकाला। उन्होंने बताया कि चार आतंकी आज सुबह आठ बजे तक मारे गए थे जबकि दो अन्य आतंकी अगले एक घंटे की मुठभेड़ में मारे गए।
12 लाख का इनामी था आजाद अहमद
अल्ताफ खान ने बताया कि मारे गए आतंकयों में लश्कर को दुर्दाँत कमांडर आजाद अहमद दादा जिसके ऊपर 12 लाख रुपये का ईनाम था, भी शामिल है। उसके अलावा अनीस उर्फ फुरकान, आकिब दास उर्फ हमजा,बासित मीर, और फिरदौस के अलावा शाहिद भी मारे गए हैं। मुठभेड़स्थल पांच एसाल्ट राइफलें, एक इनसास राइफल और अन्य साजो सामान मिला है। आतंकी ठिकाना भी मुठभेड़ के दौरान लगी आग में क्षतिग्रस्त हुआ है।
इस बीच, शालगुंड में छह आतंकियों के मारे जाने की खबर के साथ ही पूरे दक्षिण कश्मीर में तनाव फैल गया। अरवनी, बीजबेहाड़ा,खन्नाबल, पडरपोरा, पुशवारा, शोपियां, व कुलगाम और अनंतनाग में विभिन्न जगहों पर लोग राष्ट्रविरोधी नारेबाजी करते हुए सड़कों पर निकल आए। दुकानें और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हो गए। सड़कों पर यातायात थम गया। नारेबाजी कर रही भीड़ ने वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों पर पथराव भी शुरू कर दिया। इस पर उन्हें खदेड़ने और इलाके में विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को भी लाठियों,अांसूगैस, पैलेट और हवाई फायरिंग का सहारा लेना पड़ा। दोपहर बाद तक इस खबर के लिखे जाने तक अनंतनाग और बीजबेहाड़ा के विभिन्न हिस्सों में जारी हिंसक झढ़पों में पांच लोग जख्मी हुए थे। अलबत्ता,पुलिस ने किसी के घायल होने की पुष्टि नहीं की है।