जम्मू के सांबा जिले में नेशनल हाइवे पर स्थित सेना की टैंक रेजिमेंट पर आतंकियों ने हमला कर दिया। आतंकियों ने आर्मी कैंप पर ग्रेनेड फेंके। यह आतंकी हमला सुबह करीब 5 बजकर 50 मिनट पर हुआ।
सूत्रों के मुताबिक आर्मी स्कूल के पास करीब पांच घंटे तक मुठभेड़ के बाद दोनों आतंकियों को मार गिराया गया है। हमले में एक मेजर सहित सेना के दो जवान भी घायल हुए हैं। आतंकियों की गोलीबारी में एक आम आदमी की मरने की भी खबर है।
उधर, आज से नवरात्र शुरू होने की वजह से वैष्णो देवी की यात्रा पर किसी आतंकी हमले से आशंका से निबटने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। प्रदेश में दो दिनों में लगातार दो आतंकी हमले से लोग सशंकित हैं।
आतंकी जंगल की ओर भाग गए हैं। हालांकि सेना का ऑपरेशन अभी खत्म नहीं हुआ है। आतंकवादी हमले के चलते जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया है। जम्मू के आइजी दानिश राणा घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। आतंकी हमले के बाद सांबा में आज सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
आपको बता दें कि गुरुवार को आतंकियों ने जम्मू के कठुआ में पुलिस थाने पर हमला किया था। इस हमले में 3 पुलिसकर्मी और एक स्थानीय नागरिक की मौत हो गई थी। हालांकि सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को भी मार गिराया था। और आज सांबा सेक्टर में आतंकियों ने 81वीं आर्मर्ड रेजीमेंट के मेसार कैंप को निशाना बनाया है। आतंकियों ने यहां आर्मी कैंप पर ग्रेनेड फेंके। बताया जा रहा सुरक्षाबलों के जवाबी हमले के बाद आतंकी पीछे हट गए हैं। आतंकी जंगल की ओर भाग गए हैं। सेना ने जंगल में सर्च ऑपरेशन जारी कर दिया है।
इस आतंकी हमले पर रक्षा विशेषज्ञ अजय साहनी का कहना है कि जम्मू के सांबा में हुए आतंकी हमले को सरकार की नाकामी करार नहीं दिया जा सकता। उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के हमले पिछले काफी समय से लगातार हो रहे हैं। इसे आप सरकार की नाकामी नहीं कह सकते। वहीं यह भी कहना सही नहीं है कि मसर्रत आलम जैसे अलगाववादी को रिहा करने से आतंकी हमले बढ़ रहे हैं।