नई दिल्ली : देश में रेल हादसे तो जैसे रुकने का नाम ही नहीं ले रहे आपको बता दे कि ये एक हफ्ते में दूसरी रेल दुर्घटना है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ शहर में कैफियत एक्सप्रेस मंगलवार देर रात पटरी से उतर गई है। ये घटना रात करीब 2 बजकर 40 मिनट पर औरेया जिले के अछल्दा और पाता रेलवे स्टेशनों के बीच हुआ है। हादसे की वजह इस ट्रेन का एक डंपर से टकरा जाना है।
रेलवे के डीजी पीआरओ अनिल सक्सेना ने बताया कि हादसा तब हुआ जब ट्रेन डंपर से टकरा गई, इसके बाद ट्रेन की 10 बोगियां और इंजन पटरी से उतर गई। इस हादसे में अभी तक 75 लोगों के घायल होने कि खबर है। जिनमें से 4 लोगों की हालत गंभीर है। फिलहाल इस दुर्घटना में किसी की मौत की खबर नहीं है। गंभीर रुप से घायलों का इलाज इटावा और सैफई में चल रहा है।
यूपी के प्रधान सचिव (होम) अरविंद कुमार ने बताया कि घायलों को सभी तरह की सरकारी मदद मुहैया कराई जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ये डंपर रात को पटरी पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। लेकिन इस दुर्घटना की सूचना आगे नहीं दी गई, जिसकी वजह से डंपर पटरी पर ही पड़ा रहा और ट्रेन को भी नहीं रोका जा सका। घटना के बाद डंपर का ड्राइवर फरार है।
घटनास्थल पर राहत और बचाव का काम जोरों से चल रहा है। वहीं प्रधान सचिव (होम) अरविंद कुमार के मुताबिक रेस्क्यू ऑपरेशन का काम पूरा हो गया है।
इस पूरी दुर्घटना पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने के आदेश दे दिये हैं।
आपको बता दें कि ये इस हफ्ते में ये दूसरी रेल दुर्घटना है। इससे पहले शनिवार 19 अगस्त को उत्तर प्रदेश के ही मुजफ्फरनगर में भी रेल दुर्घटना हुई थी। उस दुर्घटना में करीब दो दर्जन लोगों की मौत हो गई थी साथ ही 100 के करीब लोग घायल हुए थे। अभी उस दुर्घटना को लेकरअभी मामला ठंडा भी नहीं हुआ था एक और हादसा सामने आ गया है।
उत्कल ट्रेन हादसे में रेलवे की जबरदस्त लापरवाही सामने आई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जिस जगह यह हादसा हुआ वहां पटरी की मरम्मत का काम चल रहा था। इसके बाद भी वहां कोई चेतावनी बोर्ड या काशन नहीं दिया गया था। ऐसे में 100 से अधिक किमी की रफ्तार से जा रही उत्कल एक्सप्रेस वहां दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
इस हादसे के बाद ट्रेन की एस 2 बोगी रेलवी पटरी के पास के एक घर में घुस गई थी। इससे घर के एक बुजुर्ग घायल हो गए। इस घर के मालिक जगत सिंह ने कहा कि यह हादसा नहीं हत्या है। उनके नौकर ने डेढ़ महीने पहले ही पटरी क्रैक होने की सूचना दे दी थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई जो बाद में हादसे का कारण बनी।