दिल्ली में जंतर मंतर पर शनिवार की शाम नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी ने एक रैली निकाल कर बाल मजदूरी के खिलाफ आवाज बुलंद की। हजारो की संख्या में बच्चो ने हाथो में मोमबत्तिया लेकर सरकार से अपील कि की अब सरकार बाल मजदूरी रोकने के लिए ठोस कदम उठाये।
आज भी देश में हजारो बच्चे आपको बाल मजदूरी करते हुए नजर आ जायेंगे, कोई ढाबे पर काम करके अपना जीवन जी रहा है तो कोई काले धुए की फैक्ट्री के अपना बचपन काला कर रहा है। बात चाहे बाल मजदूरी को रोकने की हो या सपना हो स्वस्थ भारत का।
केंद्र सरकार करोडो का बजट खर्च करके भी हालात सुधारने में नाकाम रही है, आपको बता दे की कैलाश सत्यार्थी की NGO बचपन बचाओ हर साल हजारो बच्चो को इस कुरीति से मुक्त कराती है और आज जंतर मंतर पर खुद कैलाश सत्यार्थी ने इसके खिलाफ आवाज उठाई और बच्चो के साथ सरकार से मांग की की अब बहुत हो चूका अब समय है एक स्वस्थ भारत के साथ बाल मजदूरी मुक्त भारत को बनाने का।